पुर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई जन्मदिवस के अवसर पर मैनपाट मंडल मनाया जन्मदिन
महेश यादव ,हिंद शिखर न्यूज मैनपाट । अटल बिहारी वाजपेयी यूं तो भारतीय राजनीतिक पटल पर एक ऐसा नाम है , जिन्होंने अपने व्यक्तित्व व कृतित्व से न केवल व्यापक स्वीकार्यता और सम्मान हासिल किया , बल्कि तमाम बाधाओं को पार करते हुए 90 के दशक में बीजेपी को स्थापित करने में भी अहम भूमिका निभाई . यह वाजपेयी के व्यक्तित्व का ही कमाल था कि बीजेपी के साथ उस समय नए सहयोगी दल जुड़ते गए , वो भी तब जब बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद दक्षिणपंथी झुकाव के कारण उस जमाने में बीजेपी को राजनीतिक रूप से अछूत माना जाता था 25 दिसंबर 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म हुआ . अटल के पिता कृष्ण बिहारी वाजपेयी और मां कृष्णा देवी थे . वाजपेयी का संसदीय अनुभव पांच दशकों से भी अधिक का विस्तार लिए हुए है . अटल बिहारी वाजपेयी 1951 से भारतीय राजनीति का हिस्सा बने . उन्होंने 1955 में पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ा था , लेकिन हार गए थे . इसके बाद 1957 में वह सांसद बने . अटल बिहारी वाजपेयी कुल 10 बार लोकसभा के सांसद रहे . वहीं , वह दो बार 1962 और 1986 में राज्यसभा के सांसद भी रहे . इस दौरान अटल ने उत्तर प्रदेश , नई दिल्ली और मध्य प्रदेश से लोकसभा का चुनाव लड़ा और जीते . वह गुजरात से राज्यसभा पहुंचे थे . BJP का उदारवादी चेहरा अपनी भाषण कला , मनमोहक मुस्कान , वाणी के ओज , लेखन व विचारधारा के प्रति निष्ठा तथा ठोस फैसले लेने के लिए विख्यात वाजपेयी को भारत व पाकिस्तान के मतभेदों को दूर करने की दिशा में प्रभावी पहल करने का श्रेय दिया जाता है . इन्हीं कदमों के कारण ही वह बीजेपी के राष्ट्रवादी राजनीतिक एजेंडे से परे जाकर एक व्यापक फलक के राजनेता के रूप में जाने जाते हैं .
ईस अवसर पर आयोजित कमलेश्वर पुर एवं नर्मदा पुर अलग अलग जगह पर कार्यक्रम में शामिल मुख्य रूप से मंडल अध्यक्ष रजनीश पांडेय महामंत्री मनोज यादव तिरवैणी यादव रामकृपाल यादव सांसद प्रतिनिधि जमुना प्रसाद यादव अनिल सिंह सरजु यादव अंजय वार्म मोहित नामदेव विक्की सोनी प्रभु यादव कमलेश यादव शंकर यादव गणेश यादव छटन दुबे शोशल मिडिया के सदस्य मुनेश्वर यादव सभी सभी कार्यकर्ता उपस्थित रहे