गौठान बनाने के लिए बगैर अनुमति के काट डाले 21 साल के पेड़, वन विभाग ने किया जब्त

महेश यादव हिंद शिखर न्यूज मैनपाट । मैनपाट वन परिक्षेत्र में गाेठान बनाने के लिए 21 साल के पेड़ की कटाई का मामला प्रकाश में आया है। वन विभाग ने लकड़ी को जब्त कर जांच के बाद कार्रवाई की बात कही है। गाेठान के लिए मचान बनाने वन विभाग से लकड़ी की खरीदी करनी थी। ऐसा न कर राजस्व भूमि में लगे 21साल को पेड़ को धरासाई कर दिया गया ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत केसरा में गौठान निर्माण के लिए 5 एकड़ जमीन आवंटित की गई है। पंचायत यहां गौठान का निर्माण करा रहा है। पैरा रखने के लिए यहां मचान बनाया जाना है। लेकिन लकड़ी खरीदने के बजाय साल के पेड़ों की ही कटाई कर ली गई। पेड़ कटाई के बाद वन विभाग के अधिकारीयों को इसकी जानकारी हुई। उन्होंने वन परिक्षेत्र फेकू प्रसाद चौबे को इसकी जानकारी दी। इसके बाद टीम ने मौके पर पहुंचकर लकड़ी को जब्त कर लिया है। मौके पर ठूंठ है। मैनपाट वन परिक्षेत्र कार्यालय में अधिकारी-कर्मचारी रहते ही नहीं। जिसकी वजह से कई बार पेड़ कटाई का मामला सामने आ चुका है।
दरअसल पूरा मामला यह है कि वन परिक्षेत्र मैनपाट के ग्राम केसरा में गौठान निर्माण का कार्य चल रहा है । जिसके लिए पंचायत ने लकड़ी खरीदने के बजाए पेड़ कटवाना उचित समझा । केसरा पंचायत के सरपंच पति ने बगैर सरकारी इजाजत के राजस्व भूमि में लगे 21 साल के पेड़ कटवा डाले । पेड़ काटे जाने के बाद ग्राम केसरा का सरपंच पति का कहना है कि पेडो कि कटाई के सीईओ मैनपाट से इसकी अनुमति ली गई थी वहीं सीईओ मैनपाट द्वारा अनुमति प्रदान करने के बात से साफ इंकार किया गया ।
पेड़ो के कटाई के बाद हरकत में आई वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंच कर काटे गए सभी 21पेड़ो को जप्त कर मैनपाट डिपो ले आई है ।
मामले में वन परिक्षेत्र मैनपाट के वन परिक्षेत्राधिकारी फेकू ने बताया कि राजस्व भूमि पर लगे 21नग पेड़ो की कटाई की गई थी जिसे हमने जप्त कर लिया है । उन्होंने बताया कि जप्ती के समय हमारे द्वारा सरपंच को बुलवाया गया मगर वह नहीं आया । मौके पर सरपंच का आदमी नानसय नाग जप्ती के दौरान उपस्थित था जो बतौर मुंशी काम की देखरेख कर रहा था । मामले में आरोपी के विरुद्ध वन अपराध प्रकरण क्रमांक 10966/9 के तहत कार्यवाही की है।