3जुलाई – 3 बजे – 3 कार्यकर्ताओं के साथ प्रदेश सरकार के प्रतीकात्मक 3000 पुतलों का दहन- निश्चल प्रताप सिंह
अम्बिकापुर-छत्तीसगढ़ की सरकार ने युवाओं का विश्वास खो दिया है – आलम ये की बेरोज़गार मुख्यमंत्री निवास के सामने आत्मदाह कर आत्मघात की कोशिश करते हैं।
ऐसे में युवाओं से जुड़े अनेक विषयों के प्रति शासन के ध्यानाकर्षण के लिए, धारा 144 और सोशल डिस्टन्सिंग का पालन करते हुवे सिर्फ़ 5 की संख्या में युवा मोर्चा के कार्यकर्ता प्रदर्शन करना चाहें तो उन्हें सैकड़ों की संख्या में पुलिस रोकती है। 13 जिलो में 1 जुलाई वाला कार्यक्रम नहीं होने दिया गया है। उक्त बातें भाजयुमो के जिलाध्यक्ष निश्चल प्रताप सिंह ने कही।उन्हीने यह भी कहा कि
ऐसे में – समूचा युवा मोर्चा आंदोलित है। और युवा मोर्चा के सक्रिय कार्यकर्ता 3 जुलाई को, दोपहर 3 बजे, 3 कार्यकर्ताओं के साथ अपने निवास के समीप मूकबधिर सरकार का पुतला प्रतीकात्मक रूप से दहन किया और अपना वक्तव्य और दहन सोशल मीडिया में अपलोड किया। श्री सिंह ने कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि पूरे सरगुजा में लगभग 250 पुतले दहन किया गया जिसमे लगभग 700 कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया।इस कर्यक्रम को सफल बनाने के लिए जिले में निवासरत प्रान्त,जिला व नगर पदाधिकारी,कार्यसमिति सदस्य,विशेष आमंत्रित सदस्य।12 मंडल के अध्यक्ष व उनकी पूरी टीम,शक्ति केंद्र के सयोंजक व सह सयोंजक साथ ही साथ सभी बूथ अध्यक्ष ने मिल कर सफल बनाया।
इस कार्यक्रम के माध्यम से
युवा मोर्चा ने माँग की-
एक युवक के द्वारा बेरोजगारी से व्यथित होकर मुख्यमंत्री निवास के सामने आत्मदाह का प्रयास किया गया है। ये सभ्य समाज पर बदनुमा दाग है। यह संविधान में वर्णित कल्याणकारी राज्य की अवधारणा की असफलता को इंगित करता है। छत्तीसगढ़ की सरकार ने अपने घोषणपत्र में जो सब्जबाग दिखाया था उससे बेरोजगार व्यथित है तथा आक्रोशित है। भारतीय जनता युवा मोर्चा राज्य सरकार से निम्नलिखित मांग करता है –
1- आत्मदाह के पीड़ित युवा की समस्या का हल तत्काल प्राथमिकता के साथ किया जाए तथा पीड़ित परिवार को यथोचित सहायता अविलम्ब प्रदान किया जाए।
2- छत्तीसगढ़ सरकार ने अपने घोषणापत्र में बेरोजगारों को 2500 रुपये प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता दिए जाने का जो वायदा किया था उसे जुलाई माह से प्रारम्भ किया जाए एवम राज्य सरकार के शपथ ग्रहण के दिनाँक से शेष बेरोजगारी भत्ता की राशि को दिया जाए।
3- राज्य सरकार के द्वारा अनेक भर्ती परीक्षाओं का आयोजन किया गया था उसके शेष प्रक्रिया को तुरन्त पूरा किया जाए जैसे आरक्षक भर्ती परीक्षा की प्रक्रिया को तुरन्त सम्पन्न करा कर उसके परिणाम जारी किए जाए।
4- छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा विज्ञापित परीक्षा एवम निलंबित किये गए सहायक प्रोफेसर की भर्ती परीक्षा को संपादित कराया जाए साथ ही उक्त परीक्षा के लिए अनिवार्य SET परीक्षा के परिणाम को अतिशीघ्र घोषित करते हुए योग्यताधारी छात्रों को भी परीक्षा में सम्मिलित किया जाए।
5- सूबेदार, सब इंस्पेक्टर,प् लाटून कमांडर के लिए जारी किए विज्ञापन को तुरन्त ही प्रारम्भ कराया जाए।
6- लगभग 15000 शिक्षकों की लंबित विज्ञापन को जारी करते हुए प्रक्रिया को पूर्ण कराया जाए।
7- व्ययसायिक परीक्षा मंडल (व्यापम) के द्वारा जारी किए जाने वाले विज्ञापनों को अघोषित रूप से जो रोक दिया गया है उनको तुरन्त जारी किया जाए।
8-कोरोना के इस संक्रमण कालीन परिस्थितियों के मद्देनजर राज्य सरकार के द्वारा आयोजित की जाने वाली भर्ती परीक्षाओं में सम्मिलित होने वाले सभी वर्गों के परीक्षार्थियों से अगले 2 वर्ष तक किसी भी तरह का आवेदन शुल्क नही लिया जाए ।
मांग के पूरा ना किये जाने की दशा में युवा मोर्चा पूरे प्रदेश भर में विरोध प्रदर्शन एवम आंदोलन करेगा जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी।