जमीन संबंधित मामले में बैंक मैनेजर से सांठगांठ कर धोखा धड़ी, 4.50 लाख रुपए फर्जी खाते में हुआ लेनदेन वृद्ध महिला में थाने में रिपोर्ट दर्ज करने दिया आवेदन जांच में जुटी पुलिस
भूमाफियाओं ने बेच दी वृद्ध महिला की बेशकिमती जमीन
लखनपुर । सरगुजा जिले के लखनपुर क्षेत्र में जमीन संबंधी मामले में धोखाधड़ी कर फर्जी बैंक खाते से साढे चार लाख रुपये लेनदेन करने का मामला सामने आया है। वही पीड़िता वृद्ध महिला के द्वारा लखनपुर थाना पहुंच रिपोर्ट दर्ज कराने आवेदन दिया गया है। लखनपुर पुलिस मामले की जांच में जुटी है। मिली जानकारी के मुताबिक मुरालो यादव पति देवधन उम्र लगभग 75 ग्राम केवरा थाना लखनपुर निवासी का भूमि ग्राम केवरा में स्थित है। वृद्ध महिला और उनकी परिवार वाले ने आरोप लगाया है कि लखन यादव पिता कार्तिक निवासी केवरा , सुरेंद्र दास निवासी चिताबहार अंबिकापुर, नर्सिंग यादव निवासी पीपरडोला बिलासपुर छत्तीसगढ़,के द्वारा लखनपुर HDFC बैंक मैनेजर के साथ साठ गांठ कर बैंक फर्जी खाता खोलकर फर्जी खाता नंबर 50100726965037 में 4.50 लाख रुपए का लेन देन किया गया है। पीड़िता वृद्ध महिला के जमीन की खरीदी बिक्री हेतु प्रेमचंद निवासी नवागढ़ अंबिकापुर जिला सरगुजा निवासी से 4.50 लाख चेक के माध्यम से और 21.50 लाख कुल राशि 25 लख रुपए लखन यादव, सुरेंद्र दास ,नरसिंह यादव के द्वारा ठगी किया गया। वृद्ध महिला के परिजनों को जानकारी होने पर वृद्ध महिला से संबंध में पूछताछ की गई। घटना से परिवारजन हक्के-बक्के रह गये। और एचडीएफसी बैंक लखनपुर पहुंच पूछताछ शुरू की बैंक मैनेजर के द्वारा पासबुक नहीं दिया जा रहा था। रिपोर्ट कराने की धमकी देने पर बैंक मैनेजर के द्वारा फर्जी पासबुक दिया गया जिसके बाद पीड़िता मुलारो यादव ने लखनपुर थाने पहुंचे जमीन संबंधित मामला तथा फर्जी खाते में हुए लेनदेन को लेकर लखनपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने आवेदन दिया है। पूर्व में भी लखनपुर क्षेत्र में इस तरीके के कई मामले सामने आ चुके हैं कई ग्रामीण धोखाधड़ी के शिकार हो चुके हैं और उनकी जमीन भी बिक्री हो चुकी है ।आज वह न्यायालय के चक्कर लगाने को मजबूर है। पुलिस प्रशासन की ओर से किस प्रकार की कार्रवाई इन भू माफियाओं और बैंक मैनेजर पर की जाती है यह देखने वाली बात होगी।
“””एचडीएफसी बैंक मैनेजर आनंद त्रिपाठी”””
इस संबंध में लखनपुर एचडीएफसी बैंक मैनेजर आनंद त्रिपाठी से चर्चा करने पर उनके द्वारा अपना पक्ष रखने से साफ मना कर दिया गया।