NH-43.. छत्तीसगढ़ की ऐसी अनोखी सड़क जो बनने से पहले भी धूल उड़ाती थी एवं लाखों रुपए खर्च कर बनाने के बाद भी धूल उड़ाती है ..
मुकेश अग्रवाल हिंद शिखर न्यूज़ पत्थलगांव।
ऐसी अनोखी सड़क NH-43 कटनी गुमला राजमार्ग जो शहर के बीच में बनाई जा रही है । पत्थलगांव की जनता वर्षों से सड़क की दुर्दशा को लेकर हमेशा ही दो-चार होते नजर आती है जहां की सड़क nh-43 कभी भी शहर के अंदर अपनी बद से बदतर स्थिति के लिए पूरे छत्तीसगढ़ में अपनी पहचान बना चुकी है। आज हम इसी nh-43 सड़क की अनोखी कहानी आपको बताएंगे यहां बनी हुई सड़क बनने से पहले भी धूल उड़ती है एवं प्रशासन द्वारा लाखों रुपए लगाकर सड़क रात में बनाई जाती है जो सुबह होते होते धूल फिर से उड़ने लगती हैं ।यह कहानी पत्थलगांव शहर के अंदर nh-43 की है जो पत्थलगांव के सिविल अस्पताल से बस स्टैंड चौक के पास तक लगभग सप्ताह भर से प्रतिदिन रात को बनाई जाती है किंतु सड़क की गुणवत्ता को लेकर यहां देखरेख करने वाले अधिकारी अपने कमीशन के बोझ तले दबने के कारण इतनी निम्न गुणवत्ता की सड़क बनाई जाती है कि जो सुबह होते होते पुरे डामर वाली सड़क की गिट्टी सड़को पर बिखर जाती है ।यह कहानी पूरे हफ्ते भर से चल रही है। नागरिकों ने इस अनोखी सड़क को लेकर कई बार अधिकारियों तक को सोशल मीडिया एवं मौखिक रूप से बताया गया है। आज पुनः फिर nh-43 सड़क पर रात में सड़कों पर उखड़ी हुई गीट्टी को छिपाने के लिए अनोखे तरीके से इंजीनियर द्वारा सड़क पर डस्ट डलवा दी गई ।डस्ट वह भी जो सुबह होते होते पूरे क्षेत्र को धूल से सरोबार करते नजर आई।जहां नागरिकों ने सुबह उठकर देखा तो छत्तीसगढ़ की एकमात्र सड़क जो सुबह होते होते धूल के गुब्बार में बदल गई सड़क देखकर आश्चर्य व्यक्त किया।
आज पत्थलगांव के नागरिकों ने जशपुर के कड़क दबंग माने जाने वाले कलेक्टर को अनोखी सड़क की वीडियो रिकॉर्डिंग को उनके मोबाइल पर भेज कर नागरिकों ने इस अनोखी सड़क से निजात दिलाने की मांग की है ।पत्थलगांव के नागरिकों ने ऐसे कमीशन के बोझ तले दबे भ्रष्ट अफसरों एवं ठेकेदार पर f.i.r. कर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है। अब देखना यह है कि इस nh-43 सड़क पर से धूल का गुब्बार कब खत्म होता है।
अनोखी सड़क में उड़ती धूल के संबंध में जब एनएच एसडीओ दिवाकर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस तरह का कृत्य किस पागल द्वारा किया गया है मुझे नहीं मालूम है मेरे द्वारा तत्काल ही सड़क से धूल हटाने के लिए गिराई गई डस्ट को उठाने का आदेश दिया है।
nh-43 की देखरेख कर रहे इंजीनियर अशोक सेसर से धूल के संबंध में सड़क पर गिराई गई डस्ट के लिए पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ठेकेदार द्वारा रात में मनमानी अपनी मर्जी से ऐसा काम किया गया है जिसे मेरे द्वारा सुबह देखा गया है।