किसानों के लिए कांग्रेस की ना अच्छी सोच , ना इच्छाशक्ति.. कृषि विधेयक पर दो तरफा बात कर गुमराह कर रही है कांग्रेस : रामविचार नेताम
अंबिकापुर -कुछ दिन पूर्व संसद से पारित नए कृषि अधिनियम पर कुछ किसान संगठनों व विपक्षी दलों के विरोध के बीच भाजपा के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम ने वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस की, प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रामविचार नेताम ने बताया कि केंद्र सरकार किसानों के हित में नया कृषि कानून लेकर आई है इसके माध्यम से किसानों को अपने उत्पाद कही भी बेचने की सुविधा प्रदान की गई है ,अब मुनाफा मिलने पर किसान मंडी के बाहर भी अनाज बेच सकते हैं ।
उन्होंने कहा कि पहले इन विधेयकों का कांग्रेस द्वारा समर्थन किया जा रहा था, लेकिन अब इस पर राजनीति की जा रही है। यहां तक की 2019 के लोकसभा चुनाव मे कांग्रेस द्वारा जारी किए गए मेनिफेस्टो में भी कृषि अधिनयम को लागू करने की बात कही गई थी।
श्री नेताम ने कहा कि आम लोगों और आम किसानों के बीच गलतफहमी पैदा करके राजनीतिक स्वार्थ पूरा करने की कोशिश हो रही है ना ही APMC समाप्त हो रही है, और ना ही न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) समाप्त हो रहा है। विपक्षी दल दो तरफा बात करके किसानों को गुमराह कर रहे हैं हकीकत में यह कानून किसानों को उनके फसलो की बिक्री और बड़े खुदरा विक्रेताओं और निर्यातकों के साथ किसानों के जुड़ने के लिए सशक्त माध्यम उपलब्ध कराएगा जहां वे अपनी फसलों का अधिकतम मूल्य प्राप्त कर सकते हैं।
प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर बरसते हुए राज्यसभा सांसद ने कहा कांग्रेस किसानों का कर्ज माफ करने और बिजली बिल हाफ करने के मुद्दे पर चुनाव लड़ी थी लेकिन हकीकत यह है की सरकार ने किसानों को ही साफ कर दिया है । करोड़ों रुपए के गुप्त टेंडर जारी हो रहे हैं, चारों तरफ भ्रष्टाचार का बोलबाला है सड़को का हाल बेहाल है।