सूरजपुर

महान नदी में 15 लोगों के साथ मोटर बोट बही ….बीच मझधार में,मचा हड़कंप…पुलिस, नगर सैनिक व ग्रामीणों की मदद से सभी को किया गया रेस्क्यू….बोट का परिचालन पूर्णतः हुआ बंद

सुरजपुर।सूरजपुर जिले में बीते कुछ दिनों में बारिश ने कई हिस्सों पर कहर बरपाया है जिससे नदी- नाले उफान पर हैं। प्रदेश के कई जिलों से अप्रिय घटनाओं की ख़बरें आई हैं कि किसी का मकान ढह गया तो किसी की जान चली गई, बावजूद इसके कई लोगों को उफनती नदी में खराब स्टीमर से नदी पार कराया जा रहा है और ऐसे में आज नदी के मजधार में एक बड़ा हादसा होते होते टल गया।

मिली जानकारी के अनुसार प्रतापपुर अम्बिकापुर मार्ग में महान नदी में जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई गई मोटर-बोट बीच मझधार में बंद हो गई, जिससे मोटर-बोट में सवार 15 लोगों की जान आफत में फंस गई थी। मामले की जानकारी लगते ही खडगवां चौकी प्रभारी विमलेश सिंह सहित पूरा अमला मौके पर पहुंचा और नगर सैनिक सहित आसपास के लोगों की मदद से सभी लोगों को बड़ी मुश्किल से सुरक्षित स्थान तक बाहर निकाला गया। इस घटना के बाद चौकी प्रभारी ने सुरक्षागत कारणों से मोटर-बोट से आवागमन को पूरी तरह से बंद करा दिया है।

महान नदी में बाढ़ के कारण रपटे पर बाढ़ का पानी होने के कारण पिछले दो दिनों से आवागमन पूरी तरह से बंद है। इसके कारण नदी पर मोटर-बोट के माध्यम से खडगवां पुलिस ने आवागमन जारी रखा था, लेकिन कुछ दिन पूर्व मोटर-बोट का इंजिन खराब होने के कारण यह सुविधा बन्द कर दी गई थी, उस दौरान भी खुद खड़गवां चौकी प्रभारी विमलेश सिंह सहित अन्य जवान बोट पर मौजूद थे, और वे भी हादसे का शिकार होते-होते बाल-बाल बचे थे। इसके बाद जिला प्रशासन की पहल पर मोटर-बोट के लिए दूसरा इंजिन मंगाया गया, लेकिन यह भी बीच-बीच में रुक जा रही थी। आज भी इस मार्ग पर बाढ़ का पानी कम नहीं होने पर नगर सैनिकों ने सुबह मोटर-बोट आरंभ की। इस बीच सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था। दोपहर में नगर सैनिकों ने केरता की ओर से मोटर-बोट को लाने के लिए इसे शुरू किया, इस दौरान 3 नगर सैनिक सहित लगभग 12 ग्रामीण इसपर सवार थे। यह मोटर-बोट जैसे ही बीच मझधार में पहुंची, इसका इंजिन अचानक बन्द हो गया। बोट का इंजिन अचानक बंद होने पर बोट पर सवार लोगों में अफरा-तफरी मच गई। इस दौरान नगर सैनिकों ने उनका हौसला बढ़ाने का प्रयास करते हुए तुरुन्त मोबाईल से इसकी सूचना चौकी प्रभारी विमलेश सिंह को दी। इस दौरान नदी का बहाव काफी तेज था, नगर सैनिकों ने किसी तरह हिम्मत करते हुए बोट को किनारे की ओर लाने का प्रयास किया, लेकिन बोट पुराने पूल के टुटे हुए पिलर के पास जाकर फंस गई। इस दौरान मौके पर पहुंचे चौकी प्रभारी सहित निर्माणाधीन पूल पर कार्य करने वाले लोगो के साथ अन्य लोग नदी के किनारे पहुंच गए। स्थिति देख किसी तरह से मोटर-बोट के दोनों ओर रस्सी बांधने का प्रयास किया गया और सफलता मिलने पर बोट को किनारे लाकर किसी तरह से लोगों को टूटे हुए पूल के ऊपर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया। इधर लगातार मोटर-बोट में खराबी आने पर किसी दुर्घटना की आशांका पर चौकी प्रभारी विमलेश सिंह ने तत्काल मोटर-बोट का परिचालन बन्द करा दिया है।
इधर मोटर-बोट के बीच मझधार में बंद होने और नदी के तेज बहाव के कारण बड़ी गंभीर घटना हो सकती थी, जिसके लिए पुलिस, नगर सैनिक व लोगों की प्रयास से टाल दिया गया, लेकिन भविष्य में मोटर-बोट संचालन के लिए सुरक्षा मानकों का ध्यान रखकर ही इसका परिचालन कराना उचित होगा।

इस संबंध में प्रतापपुर एसडीएम सीएस पैकरा से चर्चा के दौरान बताया कि स्टीमर का मशीन अभी हाल ही में बदला गया था फिर भी समस्या आ रही तो तत्काल जानकारी लेकर रिपेयर कराया जाएगा।

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