लक्ष्यवेध प्रशिक्षण से शिक्षक हो रहे हाईटेक.. शिक्षा के उच्च गुणवत्ता को बनाए रखने पांच दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण आयोजित..

प्रतापपुर। जिला मिशन संचालक राजीव गांधी शिक्षा मिशन जिला सूरजपुर के आदेश व शासकीय शिक्षा महाविद्यालय रायपुर के मार्गदर्शन में विकास खंड प्रतापपुर में शिक्षा के उच्च गुणवत्ता को बनाए रखने हेतु लक्ष्यवेध पांच दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण गूगल मीट एप पर आयोजित हो रहा है।
इस प्रशिक्षण में 100 शिक्षक – शिक्षिकाएँ एक बैच में प्रशिक्षित हों रहे है ।इस प्रशिक्षण को स्टेट स्तर के कार्यक्रम समन्वयक सुनील मिश्रा ने शुरु किया ।सूरजपुर जिला में प्रशिक्षण श्रीमती वर्षा रानी गुप्ता,राज कुमार जलतारे एवं भूपेन्द्र साहू ने प्रशिक्षक के तौर पर सभी को क्या सीखना है के स्थान पर कैसे सीखना है और कैसे हम बच्चों को अंतरराष्ट्रीय शिक्षा प्रदान कर पाएंगे, इन विषयों पर निरंतर शिक्षकों का मार्गदर्शन किया है ।जिले स्तर पर यह प्रशिक्षण संपन्न होने के बाद ब्लाक स्तर पर यह प्रशिक्षण मास्टर ट्रेनर सुजीत कुमार मौर्य, रंजय सिंह एवं विनय तिवारी के द्वारा आयोजित किया जा रहा है प्रतापपुर बिकास खण्ड में तीन संकुल का एक बैच बनाकर प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है प्रथम बैच में 19 से 23 जून को जरही,धरमपुर एवं मसगा संकुल के शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया,द्वितीय बैच 26 से 30 जून के बीच केरता,खड़गवाकला एवं दुरती संकुल के शिक्षक शिक्षिकाओं को प्रशिक्षण दिया गया यह क्रम लगातार जारी रहेगा ।
शिक्षको को इस प्रशिक्षण में 21 वी सदी में होने वाले बदलाव एवं आन लाइन क्लास लेने बच्चो के स्तर को जान कर उनके स्तर के अनुसार शिक्षण कर बच्चो के स्तर असर और नैस के बच्चों पर कार्य करके उनके स्तरों में सुधार करने हेतु स्वप्रेरित तकनीक अपना सकने और बच्चों को प्रेरित करके सीखने हेतु आगे बढ़ने के लिए कार्य पर विस्तार से चर्चा किया गया ।
मास्टर ट्रेनरो ने शिक्षकों को बताया कि बच्चों एवं शिक्षकों को 21वीं सदी की चुनौतियों हेतु कैसे तैयार करना है यही प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य है यह प्रशिक्षण प्रतापपुर में विकास खंड शिक्षा अधिकारी जनार्दन सिंह, प्रशिक्षण के नोडल अधिकारी एबीईओ मुन्नू सिंह धुर्वे,बीआरसी रमेश शरण सिंह एवं सभी सीएससी के सहयोग और मार्गदर्शन से प्रगति पर है। विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी जनार्दन सिंह प्रत्येक बैच के प्रशिक्षण में उपस्थित होकर कार्यक्रम की सफलता हेतु सबको शुभकामनाएं देकर आवश्यक सुझाव दिया है एवं सभी प्रशिक्षार्थियों से अनुशासन संयम और नियमितता के साथ प्रशिक्षण प्राप्त कर लागू करने की अपील की है।लाकडाऊन और कोरोना के कहर से विद्यालय बंद हैं अतः घर पर रहकर शिक्षकों की क्षमता वर्द्धन हेतु यह बहुत अच्छा कार्यक्रम हो रहा है इसके बाद शिक्षक बच्चो से जुड़कर शिक्षा की मुख्यधारा को आगे बढ़ाने प्रयास करेंगे।