कनिष्ठ अभियंताओं का प्रभार बदलते ही जिले में चरमराई विद्युत व्यवस्था.. जिला मुख्यालय से लगे ग्राम पर्री में 60 घंटों से बाधित है विद्युत आपूर्ति.. नाराज ग्रामीणों ने घेरा विद्युत कार्यालय..
सूरजपुर। नगर सीमा से लगे ग्राम पर्री में पिछले 60 घंटों से विद्युत आपूर्ति पूरी तरह ठप हो जाने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। बीती रात ग्रामीणों ने सूरजपुर पहुंचकर विद्युत कार्यालय का घेराव किया और नारे लगाकर जल्द से जल्द विद्युत बाधा दूर कर आपूर्ति शुरू करने की मांग की।
इस संबंध में ग्राम पंचायत परी के शिवराज सोनी, मनीष कुशवाहा, शंकर राजवाड़े, जीतराम कुशवाहा समेत अन्य ने बताया कि विगत 60 घंटों से विद्युत बाधा होने से गांव में अंधेरा और सन्नाटा पसरा हुआ है लोगों के विद्युत आधारित उपकरण बंद है और अंधेरा पसरा हुआ है बारिश के मौसम में विद्युत ना होने से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है।
नहीं सुन रहे विभागीय अधिकारी
ग्रामीणों ने बताया कि सूरजपुर कार्यालय में न तो सहायक7 अभियंता मौजूद हैं और न ही कनिष्ठ अभियंता ही उपलब्ध हैं। यहां कार्यरत कर्मचारी कंप्लेंन लिखवाने के बाद भी नहीं सुनवाई कर रहे हैं। विद्युत बाधा किन कारणों से है इसकी जानकारी भी नहीं ले रहे हैं जिससे ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है।
नए ट्रांसफार्मर लगाने की है जरूरत, शीघ्र लगाया जाएगा : जिला अभियंता
इस संबंध में जिले के कार्यपालन अभियंता श्री मंगेशकर ने बताया कि ग्रामीणों की शिकायत के आधार पर फाल्ट का पता लगा लिया गया है। वहां पर ट्रांसफार्मर में खराबी आ गई है। नए ट्रांसफार्मर लगाने की आवश्यकता है। शहरी क्षेत्र के कनिष्ठ अभियंता श्री मोटवानी के अवकाश में होने के कारण ग्रामीण क्षेत्र के कनिष्ठ अभियंता जे तामले को नया ट्रांसफार्मर लगाने की जिम्मेदारी देकर आवश्यक दिशा निर्देश जारी कर दिया गया है।
प्रभार बदलते ही बिगड़ी व्यवस्था
स्थानीय नागरिकों ने बताया कि हाल ही में ग्रामीण और शहरी फीडर के कनिष्ठ अभियंताओं के मध्य नए सिरे से कार्य विभाजन किया गया है। शहरी फीडर का दायित्व संभाल रहे कनिष्ठ अभियंता श्री तामलेे को ग्रामीण फीडर की और नए कनिष्ठ अभियंता श्री मोटवानी को शहरी क्षेत्र का कनिष्ठ अभियंता नियुक्त किया गया है। इस फेरबदल के कारण जिला मुख्यालय समेत आसपास के 6 ग्रामों की विद्युत व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। विभागीय स्तर पर कार्यों की नए सिरे से समीक्षा कर किए गए फेरबदल को लेकर पुनर्विचार की आवश्यकता है।
(चंद्रिका कुशवाहा, जिला प्रतिनिधि सूरजपुर)