बलरामपुर

घर के सामने खेल रहे छठवीं कक्षा के छात्र के अपहरण एवं हत्या करने वाले आरोपी गिरफ्तार फिरौती में रकम का लालच बना हत्या का कारण, नाबालिक बालक का गला दबाकर दिया घटना को अंजाम

चौकी बलंगी, थाना रघुनाथनगर, जिला बलरामपुर रा. गंज (छ.ग.)

अपराध कमांक- 100/2024, धारा 137(2), 103(1), 238, 61 (2) बी.एन.एस.

-: नाम आरोपी :-

01. रविपाल पिता अशोक पाल, उम्र 19 वर्ष, ग्राम तोरफा, चौकी बलंगी, थाना रघुनाथनगर।

02. एक अन्य विधि से संघर्षरत बालक

-: विवरण :-

बलंगी, थाना रघुनाथनगर क्षेत्रांतर्गत ग्राम तोरफा में कक्षा छठवीं में अध्ययनरत बालक के अपहरण एवं हत्या के मामले को सुलझाने में बलरामपुर पुलिस को सफलता मिली है पुलिस से प्राप्त जानकारी के मुताबिक कक्षा छठी में अध्यनरत बालक 2 अक्टूबर की शाम करीब 4.00 बजे अपने घर के पास रोड में खेल रहा था, जिसके अचानक कहीं गुम हो जाने की जानकारी मिलने पर नाबालिग बालक के माता-पिता द्वारा बच्चे का आस-पास पता-तलाश किया गया। कहीं पता नहीं चलने पर दिनांक 03/10/2024 को बच्चे के माता-पिता एवं परिजनों द्वारा चौकी बलंगी जाकर बच्चे के गुम हो जाने की रिपोर्ट दर्ज कराया गया। माता-पिता के रिपोर्ट पर चौकी बलंगी में गुम इंसान कायम कर विवेचना में लिया गया।

मामले की संवेदनशीलता को देखते हुये पुलिस अधीक्षक बलरामपुर श्री वैभव बैंकर (भा.पु.से.) द्वारा चौकी प्रभारी बलंगी को गुम बालक की पतासाजी व्यापक स्तर पर करने हेतु निर्देशित किया गया। बलंगी पुलिस द्वारा नाबालिक बच्चे की हर संभव पता-तलाश की जा रही थी। इसी बीच दिनांक 06/10/2024 को गुम बालक का शव सड़े-गले हालत में मोरन नदी के किनारे धवघटवा जंगल में मिला। शव मिलने की सूचना पुलिस अधीक्षक बलरामपुर को प्राप्त होने पर घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक बलरामपुर द्वारा स्वयं घटनास्थल पर पहुंचकर घटना के समस्त तथ्यों की जानकारी प्राप्त कर पुलिस अनुविभागीय अधिकारी, वाड्रफनगर की अध्यक्षता में थाना प्रभारी रघुनाथनगर, चौकी प्रभारी बलंगी एवं अन्य पुलिस स्टॉफ की संयुक्त टीम गठित कर प्रकरण की विवेचना में लगाया गया।

मामला प्रथम दृष्टया हत्या जैसा प्रतीत होने से अज्ञात आरोपियों की पतासाजी एवं गिरफ्तारी हेतु फोरेंसिक टीम तथा डॉग स्क्वाड की टीम को घटनास्थल पर बुलाकर साक्ष्यों को एकत्रित कर आरोपियों की पतासाजी हेतु पुलिस टीम को लगाया गया। पुलिस टीम द्वारा फॉरेंसिक एक्सपर्ट की सहायता से

घटनास्थल का निरीक्षण कर परिजनों तथा अन्य गवाहों का कथन लिया गया। शव को मेडिकल कॉलेज अम्बिकापुर भेजकर पी.एम. कराया गया।

विवेचना दौरान संदेही रविपाल से पूछताछ करने पर उसके द्वारा लगातार अपना बयान बदलते हुये पुलिस को गुमराह करने का प्रयास कर रहा था, जिससे उस पर संदेह पुख्ता होने पर रविपाल तथा एक अन्य विधि से संघर्षरत बालक से कड़ाई से पूछताछ करने पर बताया कि, घटना दिनांक 02/10/2024 को शाम करीब 4:00 बजे जब मृतक गुम बालक के घर में कोई नहीं था तब विधि से संघर्षरत बालक द्वारा उसे खेलने के बहाने से बुलाकर नदी किनारे जंगल तरफ ले आया जहां रविपाल ने फिरौती मांगने के उद्देश्य से उसे जबरन जंगल के अंदर ले जाना चाहा जिसका मृतक बालक द्वारा प्रतिरोध करने से रविपाल द्वारा उसके गर्दन को दबाकर हत्या करने की कोशिश की किन्तु जान नहीं निकलने पर उसके पहने शर्ट का फंदा बनाकर उसके गले में डालकर उसका गला घोंटकर हत्या कर दिया, जिसमें विधि से संघर्षरत बालक ने भी उसकी सहायता की।

पूछताछ पर आरोपियों ने बताया कि मृतक बालक के पिता कुछ दिन पूर्व मोटरसायकल लेने की बात बोल रहे थे जिस पर आरोपियों को उसके पिता के पास नगदी रकम होने की जानकारी होने पर गुम बालक का अपहरण कर फिरौती मांगने की योजना बनाये थे किन्तु हत्या होने तथा गांव में लगातार खोजबीन होने से तथा पुलिस का दबाव देखकर फिरौती मांगने का साहस नहीं जुटा पाये। विवेचना दौरान आरोपी के कथन तथा परिस्थिति जनक साक्ष्यों के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा जा रहा है।

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