तिरुपति के श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर के प्रसाद में जानवरों की चर्बी की मौजूदगी की लैब मे पुष्टि होने के बाद हिंदू समाज स्तब्ध..केंद्र सरकार ने आंध्र प्रदेश सरकार से रिपोर्ट मांगी
राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड की प्रयोगशाला ने तिरुपति के श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में प्रसादम के रूप में चढ़ाए जाने वाले लड्डू बनाने वाले घी में जानवरों की चर्बी की मौजूदगी की पुष्टि की है। लैब रिपोर्ट में तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम के लड्डू में इस्तेमाल होने वाले घी में जानवरों का वसा होने की पुष्टि होने के बाद हिंदू समाज स्तब्ध है।
इसके बाद केंद्र सरकार ने तिरुपति के लड्डू में मिलावट के आरोप पर आंध्र प्रदेश सरकार से रिपोर्ट मांगी है। स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने नई दिल्ली में आज कहा कि उन्होंने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू से बात कर इस बारे में एक रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने कहा कि सरकार मामले की जांच कर उचित कार्रवाई करेगी।
केंद्रीय खाद्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि तिरुपति मंदिर के लड्डुओं में जानवरों की चर्बी की मौजूदगी गंभीर मामला है। श्री जोशी ने कहा कि मामले की विस्तृत जांच होनी चाहिए और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए।
इस बीच मंदिर के एक पूर्व पुजारी ने दिल दहला देनेवाला दावा किया है। पूर्व पुजारी रमना दीक्षितुलु ने कहा कि भगवान वेंकटेश्वर के इस मंदिर में पिछले पांच सालों से घटिया किस्म का घी लड्डू बनाने के लिए आ रहा था। तब उन्होंने अधिकारियों से इसकी शिकायत की थी, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। तो क्या आंध्र प्रदेश की पिछली सरकार में मंदिर में घटिया घी से लड्डू बनाकर भक्तों की आस्था का मजाक जानबूझकर और लंबे समय से बनाया जा रहा था?