गुमगरा जंगल में काट दिए सैकड़ो बांस ग्रामीण पहुंचें मौके पर तस्कर फरार
लखनपुर लखनपुर वन परिक्षेत्र के गुमगरा कला में कक्ष क्रमांक 2250 में कटकोना चौक के पास बिनकरा निवासी जगत नामक व्यक्ति के द्वारा उक्त बांस को कटवा करके बेचोलियो के पास बेचने के फिराक में था, लेकिन ग्रामीणों को सूचना मिली कि वहां बड़ी मात्रा पर बांस का अवैध कटाई करके रात में बेचे जा रहे हैं। वहीं कुछ ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि एक या दो ट्रैक्टर करीब 100 से अधिक बांस को बेचा जा चुका है। तथा मौके पर करीब 45 बास को पकड़ा गया, ग्रामीणों के पहुंचते ही बांस तस्कर मौके से फरार हो गए हालांकि इसका सूचना संबंधित विभाग के वन क्षेत्र अधिकारी लखनपुर को दिए जाने के पश्चात मौके पर तत्काल पहुंचकर पंचनामा तैयार किया गया। गौर तलब है कि जिस जगह पर अवैध बास कटाई हो रही थी। उसे महज 400 मीटर की दूरी पर बीट गार्ड का विश्राम गृह है। तथा जहां पास कटाई हो रही थी वह गुमगरा लखनपुर मेन रोड के से मात्र 10 मीटर अंदर है वही दो दिनों से कटाई भी चल रही है। लेकिन वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी इससे बेखबर थे।या यूं कहे की इनकी मिलीभगत से बास कटाई हों रहा था। वहीं ग्रामीणों ने कहा कि स्थानीय स्तर के बीट गार्ड के बगैर मिली भगत हुए यह कार्य नहीं हो सकता यह पूर्ण रूप से बीट गार्ड सहित उसे क्षेत्र के फॉरेस्ट ऑफिसर का मिली भगत है।सबसे बड़ी बात यह है कि बिट गार्ड छुट्टी में होने का वर्तमान में बहाना बना रहा है। जबकि इसकी जानकारी क्षेत्र के बीट ऑफिसर एवं वन परिक्षेत्र अधिकारी लखनपुर को तक नहीं है। बीट गार्ड विश्रामगृह के पास बड़े पैमाने पर बस की कटाई से अंदेशा लगाया जा सकता है कि स्थानीय स्तर के जंगल विभाग के वन ऑफिसर के मिली भगत से यह कार्य हो रहा है।
ग्रामीणों ने कहा कि संबंधित लापरवाह कर्मचारी एवं अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्यवाही नहीं हुआ तो हम जंगल को बचाए जाने हेतु उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। जिस प्रकार से वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी अवैध पेड़ कटाई को रोकने में नाकाम है वह दिन दूर नहीं जब बड़े-बड़े जंगल टूट में तब्दील हो जाएंगे और उन जंगलों के बीच बड़े-बड़े मकान नजर आएंगे। अब देखना होगा कि वन विभाग के द्वारा किस प्रकार की कार्यवाही करते हैं या फिर कार्यवाही के नाम पर खानापूर्ति कर दिया जाएगा।
रेंजर मेरी लिली लकड़ा
इस संबंध पर वन परिक्षेत्र अधिकारी सुश्री मेरी लीली लकड़ा से पूछे जाने पर बताया गया कि कल रात्रि 11:00 बजे ग्रामीणों के द्वारा बांसवाड़ा में लगे बास की अवैध कटाई की जाने की खबर मिलने पर तत्काल वन अमला पहुंचा और मौके से 45 नग बास की जप्ती की गई है और काटने वाले की पता साजी की जा रही।