मुख्यमंत्री ने कवर्धा के गौ सेवक साधराम यादव हत्याकांड की एनआईए से जांच कराने की घोषणा की.. हत्यारो ने सर तन से जुदा की तर्ज पर बेरहमी से रेता था गला
रायपुर । मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कवर्धा के साधराम हत्याकांड की आज एनआईए से जांच कराने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि पिछले दिनों साधराम यादव की निर्दयतापूर्वक हत्या कर दी गई थी। इस घटना की जितनी भी निंदा की जाये कम है। साधराम जी के परिजन आज न्याय मांगने के लिए आए हैं। प्रकरण में दोषियों की गिरफ्तारी हो गई है। साधराम जी के परिजनों की मांग है कि घटना की उच्च स्तरीय जांच हो और कड़ी से कड़ी सजा दोषियों को मिले।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम इस घटना की जांच को एनआईए को सौपेंगे, ताकि घटना की सूक्ष्मतापूर्वक जांच हो सके। इस दौरान प्रदेश के उपमुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री विजय शर्मा उपस्थित थे।
क्या था मामला
20 जनवरी को कवर्धा के लालपुर में साधराम की गला रेतकर हत्या हुई थी. इस मामले में पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. कवर्धा एसएसपी अभिषेक पल्लवन ने कहा था कि हत्याकांड का उद्देश्य दहशत फैलाना था।हत्या का पैटर्न भी ISIS जैसा ही था. हत्या के 2 दिन के बाद ही राम मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम था, इसके पहले ही यह हत्या भय फैलाने के लिए की गई. गिरफ्तार आरोपियों के कॉल डिटेल्स और लैपटॉप से अहम सबूत हाथ लगे हैं. ये लोग कश्मीर और दूसरे राज्य भी गए थे. काफी संदिग्ध लोगों से इनके संपर्क थे,जो कि आईएसआईएस और दूसरे संगठनों से भी जुड़े है.हत्याकांड का मुख्य आरोपी अयाज खान पर आंतकवादी संलिप्तता मे शामिल होने का आरोप लगता रहा जिसके बाद पुलिस ने जम्मू कश्मीर और देश के अन्य राज्यों से उसके कनेक्शन को भी खंगाला. वहीं राज्य सरकार की ओर से साधराम के परिवार को 5 लाख की आर्थिक सहायता भी दी गई, लेकिन उनकी पत्नी ने इस चेक को कलेक्टर को वापस कर दिया था. साधराम की पत्नी प्रमिला बाई यादव ने हत्या के आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग की थी. अब साधराम की हत्या के मामले में गिरफ्तार आरोपियों पर आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्तता जैसे सबूत हाथ लगने से पुलिस आने वाले समय में और भी बड़ा खुलासा कर सकती है. आने वाले समय में यूएपीए की कुछ और धाराएं लगाई जाएं और कुछ बड़ा खुलासा हो.