‘राम शाकाहारी नहीं था वह मांसाहार खाता था’ भूख लगेगी तो अस्पताल जाओगे मंदिर जाओगे तो वहां उल्टा लूट लेंगे.. विपक्षी इंडिया गठबंधन के नेता कर रहे हैं हिंदू धर्म और भगवान का अपमान
हिद शिखर न्यूज़। विपक्षी इंडिया गठबंधन के नेताओं का सनातन धर्म के अपमान करने का सिलसिला जारी है, इंडिया गठबंधन मे शामिल समाजवादी पार्टी, कांग्रेस ,राष्ट्रीय जनता दल, डीएमके द्वारा पिछले कुछ दिनों से हिंदू धर्म और सनातन धर्म के बारे में अनाप-शनाप बयान दिया जा रहा है इसी क्रम में शरद पवार गुट के एनसीपी नेता जितेंद्र आव्हाड और राष्ट्रीय जनता दल के नेता एवं बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने एक विवादित बयान दिया इसके बाद देशभर में प्रदर्शन शुरू हो गया है दरअसल जितेंद्र आव्हाड ने भगवान राम को अपमानजनक ढंग से संबोधित करते हुए कहा की राम शाकाहारी नहीं था, मांसाहारी था वह शिकार करके खाते था राम मटन खाता था,14 साल तक जंगल में रहने वाला व्यक्ति शाकाहारी भोजन की तलाश में कहां जाएगा?
इंडिया गठबंधन के नेता के बयान को लेकर देश भर में नाराजगी है और विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है।
जितेंद्र आव्हाड के इस बयान के आने के बाद BJP और हिंदू संगठनों ने इसका विरोध किया है. इसके अलावा अजित गुट के नेताओं में भी नाराजगी दिखाई. अजिट गुट के एनसीपी के कार्यकर्ताओं ने मुंबई में आव्हाड के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.
दूसरी और इंडिया गठबंधन में शामिल एक और प्रमुख पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष एवं बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाली प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर निशाना साधा. लेकिन इसी दौरान उन्होंने हिंदुओं की भावनाओं को आहत करते हुए श्री राम मंदिर पर विवादित बयान दे दिया. अपने बयान में तेजस्वी यादव ने कहा ‘यह सब बेकार की बातें हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बीमार पड़ोगे तो अस्पताल जाओगे ना? भूख लगेगी और मंदिर जाओगे तो खाना मिलेगा? वहां तो उल्टा आपसे दान मांग लेंगे.’
भारतीय जनता पार्टी ने तेजस्वी यादव के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि
“ऐसे बयान देने वाले तेजस्वी यादव शायद भूल रहे हैं कि इनके पिता का पूरा जीवन राम मंदिर आंदोलन और राम मंदिर निर्माण के विरोध में निकल गया. अभी मंदिर निर्माण हो रहा है तो इन्हें पीड़ा होना स्वाभाविक है.”