महाविद्यालय प्रबंधन द्वारा आदिवासी छात्रों के छात्रवृत्ति की राशि हजम कर छात्रों से वसूली के विरोध में एनएसयूआई ने सौप ज्ञापन।
विश्रामपुर :- आदिवासी विकास विभाग सूरजपुर के द्वारा निःशुल्क नर्सिंग अध्यन योजना के तहत बि एस सी नर्सिंग के छात्रों का प्रत्येक सत्र की राशि महाविद्यालय के बैंक खाते में प्रदान करने के बावजूद वी एम कॉलेज ऑफ नर्सिंग बिश्रामपुर के द्वारा योजना अंतर्गत प्रवेशित छात्रों से फीस के नाम पर पूरी राशि का भुगतान करवाया जा रहा है के विरोध में एन एस यू आई के प्रदेश सचिव कुंदन विश्वकर्मा के नेतृत्व में सहायक आयुक्त को ज्ञापन सौंप महाविद्यालय प्रबंधन पर कार्यवाही की मांग की गई है।
कुंदन विश्वकर्मा ने कहा की वी एम कॉलेज ऑफ नर्सिंग विश्रामपुर के द्वारा महाविद्यालय में अध्यनरत व भूतपूर्व छात्र जो महाविद्यालय से अध्यन कर चुके है को आदिवासी विकास विभाग सूरजपुर से निःशुल्क नर्सिंग अध्यन योजना के तहत प्रवेशित बि एस सी नर्सिंग के छात्रों का प्रत्येक सत्र की राशि महाविद्यालय के बैंक खाते में प्रदान की जाती रही है इसके बावजूद महाविद्यालय प्रबंधन द्वारा इन छात्रों से प्रत्येक वर्ष की राशि का भुगतान करवाती रही है। इस योजना अंतर्गत प्रवेशित छात्रों की अध्यन हेतु प्रत्येक वर्ष प्रत्येक छात्र के नाम पर लगभग 32010 रुपए से लेकर 62010 रुपए तक का भुगतान महाविद्यालय प्रबंधन के खाते में प्रदान करती है जिसकी जानकारी आदिवासी विकास विभाग सूरजपुर ने सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के तहत प्रदान की है । किंतु छात्रों व पूर्व के छात्रों के द्वारा बताया गया की उनसे प्रत्येक सत्र की शिक्षण शुल्क हेतु महाविद्यालय का पूरा फीस लिया जाता रहा है जो की आदिवासी छात्रों के हक का शोषण किया जाना है।
उक्त मामले में कुंदन विश्वकर्मा ने बताया कि मामले की जानकारी प्राप्त होते ही समस्त अध्यनरत छात्र व पूर्व के छात्रों के साथ तथा छात्रों के परिजनों के साथ आदिवासी विकास विभाग सूरजपुर जाकर ज्ञापन सौप कर उपरोक्त कॉलेज पर कार्यवाही की मांग की गई है। कार्यवाही न होने के एवज में एन एस यू आई पूरे दम के साथ उग्र आंदोलन हेतु बाध्य होगी।
ज्ञापन सौंपने में मुख्यरूप से छात्रो के परिजनों में मदन राम, सोहन राम, राजेश कक्षप, अमीर सिंह, दिनेश राम,एन एस यू आई के कुलदीप मेहरा, पुनीत विश्वकर्मा, विशाल रवि, अरुण रवि, यशवंत पाटले आदि उपस्थित रहे।