नक्सलियों को सरकारी कारतूस की सप्लाई सरकारी ख़ज़ाने से.. ASI और आर्मेरर से पूछताछ जारी.. 4 गिरफ़्तार
सुकमा माओवादियों को कारतूस छत्तीसगढ़ पुलिस के गोदाम से ही सप्लाई होने की आशंका और जाँच के बाद मिले तथ्यों ने पुलिस के होश उड़ा दिए हैं। सुकमा पुलिस एक सहायक उप निरीक्षक और प्रधान आरक्षक जो कि आर्मेरर पद पर पदस्थ है उससे पूछताछ कर रही है, कुछ देर बाद इस पूछताछ के नतीजे सामने आएंगे।
दरअसल बीते चार जून को सुकमा पुलिस ने धमतरी निवासी मनोज शर्मा और गुंडरदेही निवासी हरिशंकर को संदेह के आधार पर पकड़ा, जिनसे मिली जानकारी के आधार पर कांकेर से नरेटी और गणेश कुंजाम को पकड़ा गया। मनोज शर्मा और हरिशंकर को कांकेर से सुकमा गोलियाँ लेने भेजा गया था।
पुलिस पूछताछ के दौरान यह तथ्य सामने आया कि, माओवादियों को गोलियों की सप्लाई सरकारी ही थी। इसके बाद पुलिस ने संदेह के आधार पर एक ASI और प्रधान आरक्षक से पूछताछ शूरु की है, कुछ ही देर बाद सुकमा पुलिस इस मामले में और पूछताछ के बाद की जा रही कार्यवाही को लेकर प्रेस नोट जारी करेगी।जिन चार लोगों को गिरफ़्तार किया गया है, उन पर 25 आर्म्स एक्ट और जनसुरक्षा अधिनियम की धारा आठ के तहत अपराध दर्ज किया गया है।