छोटे बच्चे उठा रहे आत्महत्या के कदम, 11 साल के मासूम बच्चे ने अपने घर में फांसी लगाकर की आत्महत्या
नंदू यादव । रामानुजगंज निवासी 11 वर्षीय छात्र मोहल्ले में ही रामनवमी का झंडा लगाकर रविवार की शाम घर आया। मां से खाना मांगा और कमरे में चला गया। कुछ देर बाद ही उसका शव पंखे के सहारे फांसी के फंदे पर लटका मिला.
रामानुजगंज के वार्ड क्रमांक 13 निवासी सुनील प्रजापति का 11 वर्षीय पुत्र परमानंद प्रजापति काफी होनहार छात्र था। वह स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल में कक्षा चौथी में पढ़ाई कर रहा था। बहुमुखी प्रतिभा का धनी परमानंद पढ़ाई में बहुत तेज था। वह रविवार को अपने दोस्तों के साथ दिन भर रामनवमी को लेकर झंडा लगा रहा था।
मां बोली खाना बना रही हूं, बन जाएगा तो खा लेना, तब तक जाकर पढ़ाई कर ले। इसके बाद परमानंद कमरे में चला गया। खाना बनने के बाद जब मां उसे बुलाने गई तो रूम का दरवाजा अंदर से बंद था। घरवालों ने समझा कि पढ़ाई कर रहा होगा परंतु उन्हें क्या पता था कि उसने फांसी लगाकर जान दे दी है.
छोटे बच्चे कम उम्र में आत्महत्या क्यों कर रहे हैं इस पर विचार करने की जरूरत है.