डेढ़ माह से घर से निकले व्यक्ति का खोह से बरामद हुआ नरकंकाल उदयपुर पुलिस द्वारा हत्या के 04 आरोपियो को गिरफ्तार कर भेजा गया जेल..जमीन विवाद एवं रोज रोज की लड़ाई बनी हत्या की वजह
उदयपुर – ग्राम राईचुआ की प्रार्थीया कौशिल्या पण्डो उदयपुर थाना आकर रिपोर्ट दर्ज कराई कि आज से करीब डेढ महीने पहले उसका पति शिवप्रसाद पण्डो घर से बिना बताये कही चले गये थे । उनका पता तलाश अपने स्तर पर कर रही थी।
जिनका गुमने की रिपोर्ट थाना उदयपुर में की थी। पुलिस गुम इंसान की जांच कर रही थी इसी दौरान 28 तारीख को गांव का जगत केवटा मृतिका की पत्नी को बताया कि शिवप्रसाद पंडो को गांव के ही चार लोग मिलके जान से मारकर जंगल के माडा(खोह) में छिपा दिये है, प्रार्थिया की रिपोर्ट पर तत्काल अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
प्रकरण की गंभीरता को संज्ञान में लेते हुये पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज श्री अजय यादव (भा.पु.से.) के सतत मार्गदर्शन मे पुलिस अधीक्षक सरगुजा श्रीमति भावना गुप्ता (भा.पु.से.) के निर्देशन मे घटना की सूक्ष्मता से जांच करने हेतु दिशा निर्देश दिए गए थे। इसी क्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला, नगर पुलिस अधीक्षक अखिलेश कौशिक के नेतृत्व मे टीम गठित कर घटना की जांच थाना प्रभारी उदयपुर उप निरीक्षक धीरेन्द्रनाथ दुबे द्वारा की जा रही थी।
विवेचना के दौरान पुलिस को पता चला कि घटना दिनांक को मृतक शिवप्रसाद पंडो घर में अकेला था जिसकी सूचना आरोपी चंदोरिहा पंडो को मिली थी सूचना पर चंदोरिहा के द्वारा बीरबल पण्डो, कैलाश पण्डो, बिझरिहा पण्डो को बुलाया गया सभी आरोपी एक राय होकर रात्रि के करीब 9 से 10 बजे के बीच शिवप्रसाद पंडो को खोजने उसके घर जा रहे थे, तभी शिवप्रसाद पंडो गांव में ही तालाब के किनारे मिल गया जिसे आरोपीगणों ने जान से मारने की नियत से लाठी-डंडे एवं मुक्के से मारकर हत्या कर दिए एवं मृतक के शव को अटेम नदी के किनारे माड़ा (खोह) में डाल दिए और सभी आरोपी अपने अपने घर आ गए।
चारो आरोपियों ने जमीन विवाद एवं रोज रोज के लड़ाई झगडे से तंग आकर हत्या कारित करना स्वीकार किया जो आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है।
संपूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी उदयपुर उपनिरीक्षक धीरेंद्रनाथ दुबे, उप निरीक्षक समरेंद्र सिंह, सहायक उप निरीक्षक रविंद्र प्रताप सिंह, आरक्षक देव नारायण सिंह, लाखन सिंह, अजय शर्मा, रविंद्र साहू, विजय सिंह, नगर सैनिक अपीकेश्वर दास शामिल रहे।