रायगढ़ फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी कर रहे हैं 15 शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है । साल 2017 में कलेक्टर जनदर्शन के दौरान 27 शिक्षकों की शिकायत की गई थी कि वे फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी कर रहे हैं शिकायत मिलने पर रायगढ़ जिले के तत्कालीन कलेक्टर ने एसडीएम को जांच करने का आदेश दिया था किंतु तत्कालीन एसडीएम ने 3 साल तक मामले को दबाए रखा। जब आईएएस चंद्रकांत वर्मा एसडीएम बनकर सारंगढ़ पहुंचे तो उन्होंने इस फाइल को खोला जांच के पश्चात इन 27 शिक्षकों मे से 15 शिक्षकों के जाति प्रमाण पत्र को फर्जी पाया गया। स्पष्टीकरण में इन शिक्षकों ने सांवरा जाति का अनुसूचित जनजाति होना बताया था ।जबकि इनकी नियुक्ति के समय सांवरा जाति को अनुसूचित जाति का दर्जा नहीं मिला था ।इन शिक्षकों ने प्रोविजनल जाति प्रमाण पत्र जारी कराया था। जिसके आधार पर इन्हें सारंगढ़ में सहायक शिक्षक के पद पर नियुक्ति मिली थी। एसडीएम द्वारा सीईओ रिचा प्रकाश को अपनी जांच रिपोर्ट सौंपी गई इस रिपोर्ट के आधार पर सीईओ ने इन 15 शिक्षकों को सेवा से बर्खास्त कर दिया । हालांकि इन शिक्षकों को पिछले माह ही बर्खास्त कर दिया गया था किंतु मामले का खुलासा अभी हुआ है।
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