तीन वर्षों बाद भी ग्रामीणों को नही मिल सका, सोलर लघु जल प्रदाय योजना का लाभ। पेयजल की समस्या से जूझ रहे ग्रामीण
लालचंद शर्मा हिंद शिखर न्यूज़ भैयाथान । ब्लाक मुख्यालय के समीपस्थ ग्राम पंचायत झिलमिली के परसापारा ग्राम में लगभग तीन वर्ष पूर्व सोलर आधारित लघु जल प्रादय योजना के तहत पाईप लाईन का विस्तार किया गया जिसमें लाखों रुपये खर्च की गई परंतु देख रेख के अभाव के कारण इस योजना का लाभ आज तक ग्रामीणों को नही मिल सका है। वर्ष 2017- 18 में लगभग 6.80 लाख रुपये लागत से इस योजना को ग्राम में स्थापित किया गया जिसमें ठेकेदार द्वारा लगभग छः सौ मीटर का पाईप लाईन का विस्तार कर इस योजना के क्रियान्वयन की सम्पूर्ण जिम्मेदारी ग्राम पंचायत को सौंप दी गयी थी। परन्तु सरपंच सचिव की लापरवाही के कारण इस योजना का लाभ ग्रामीणों को अब तक नही मिल सका है यह योजना धरातल में संचालित होने से पहले ही दम तोड़ चुका है इस योजना के तहत जगह-जगह पर स्टैंड पोस्ट बनाये गए हैं जिसमे आज तक पानी निकला ही नही है यहां तक कि पानी सप्लाई करने के लिए जो वाल्ब व पाईप लगाए गए हैं वह भी पूर्ण रूप से खराब हो चुके हैं, अब इस योजना को जमीनी स्तर पर सुचारू रूप से संचालित करने के लिए फिर से मरम्म्त करानी पड़ेगी जिसमे लाखों रुपये अतरिक्त खर्च करने होंगे।
पूर्व जिपं सदस्य ने कलेक्टर से लगाई गुहार
स्थानीय निवासी व पूर्व जिला पंचायत सदस्य साल्हो भास्कर ने ग्रामीणों की इस समस्या को लेकर कलेक्टर से गुहार लगाते हुए जल्द से जल्द समाधान करने की अपील की है। उंन्होने अपने आवेदन में बताया है कि 3-4 वर्ष पूर्व निर्माण कराए गए इस योजना से आज तक पानी सप्लाई नही की गई परिणामस्वरूप आज भी ग्राम खैरी, परसापारा, सरनापार व पंडोपारा के ग्रामीण इस योजना से वंचित हैं।
एक कारण यह भी है
जहां एक ओर शाशन, प्रशासन ग्रामीण इलाकों में शुद्ध पेयजल मुहैया कराने हेतु विभिन्न प्रकार की योजना लागू कर क्रियान्वयन करने की बात कह रही है तो वहीं दूसरी ओर जिम्मेदार अधिकारी उन योजनायों को पलिता लगाने में कोई कसर नही छोड़ रहे हैं। बीते कुछ महीनों में भैयाथान ब्लाक अंतर्गत आने वाले पंचायतों की स्थिति काफी खराब हो गयी है पंचायत के पास पर्याप्त राशि होने के बाउजूद सरपंच सचिव उस राशि का उपयोग नही कर पा रहे हैं जानकारों की माने तो सरपंच सचिव अगर कोई कार्य करना भी चाहें तो उसके लिए जनपद स्तर के अधिकारी को बतौर कमीशन एक मोटी रकम चुकानी पड़ती है यही कारण है कि ग्राम पंचायत में सरपंच सचिव के पास लाखों रुपये होने के बाउजूद भी वे ग्रामीणों की मूलभूत जरूरतों को पूरा करने में रुचि नही दिखा पाते।
सीईओ को जानकारी नही
इस सबंध में जनपद सीईओ आर.डी. साहू से बात की गई जिन्होंने इस मामले की जानकारी नही होना बताया। हालांकि सीईओ ने जांच कर व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ ही दोषियों पर कार्यवाही करने का भरोसा दिलाया तो है पर लोगों की समस्या का समाधान व दोषियों पर कार्यवाही होगा या नही यह देखना अभी बाकी है।