जशपुर

सांप काटने से 14 वर्षीय बच्चे की मौत परिजनों ने बगीचा स्वास्थ्य विभाग पर एंबुलेंस का अभाव एवं डाक्टर इलाज में लापरवाही के लगाए आरोप सांसद गोमती साय ने जसपुर जिले की स्वास्थ्य सेवाओं की लचर व्यवस्था एवं भ्रष्टाचार पर जताई कड़ी नाराजगी

मुकेश अग्रवाल पत्थलगांव
जशपुर जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था का बुरा हाल प्रदेश के सुर्खियों में बना हुआ है जहां विगत दिनों करोड़ों के भ्रष्टाचार की गूंज पूरे प्रदेश में सुनाई दी थी जिसकी 5 सदस्य कमेटी ने लगभग बारह करोड़ की हेराफेरी की जांच रिपोर्ट जिले के मुखिया महादेव कांवरे को सौंप दी है । कलेक्टर महादेव कावरे ने रिपोर्ट मिलते ही प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग को अनुशंसा कर कार्यवाही के लिए लिखा किंतु कछुआ चाल से की गई जांच के बाद भी स्वास्थ्य विभाग में अधिकारी अपने पद पर आसीन हैं। स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अपने कार्य शैली के कारण सुर्खियों में हैं जिसका जीता जागता उदाहरण आज तक देखने को मिला जब जशपुर जिले के बगीचा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर की लापरवाही एक बार फिर उजागर हुई है। यहां चिकित्सकों की लापरवाही से एक 14 साल के मासूम की जान चली गई, मृतक के परिजनों ने बगीचा सामुदायिक स्वास्थ केंद्र के जिम्मेदार बीएमओ सहित चिकित्सकों पर गंभीर आरोप लगा कार्यवाही का मांग किया है।

ज्ञात हो की शुरू से विवाद में रहने वाला बगीचा सामुदायिक स्वास्थ केंद्र एक बार फिर विवादों में आ गया है, इस बार आरोप है। की अस्पताल की लापरवाही के कारण सर्प दंश का शिकार हुवे 14 वर्षीय मासूम को उपचार के अभाव में जान गंवाना पड़ा है।परिजनों के मुताबिक शनिवार सुबह 4 बजे नगर पंचायत बगीचा वार्ड नम्बर 4 निवासी संतोष रवि को सांप ने काट लिया, सांप के काटने की सूचना परिजनों को हुई तब तत्काल बगीचा अस्पताल लाया गया जहाँ प्रभारी बीएमओ और सीनियर डॉक्टर सीआर. भगत ने बच्चे का इलाज करने के बजाए अम्बिकापुर रेफर कर दिया बगीचा अस्पताल के साथ आस पास के अस्पतालों में भी एंटी स्नेक डोज उपलब्ध रहता है। बाउजूद उसके डॉक्टर ने लापरवाही पूर्वक बच्चे के परिजन को अम्बिकापुर ले जाने की सलाह दी, अम्बिकापुर पहुंचते ही बच्चे की मौत हो गई। मृतक के परिजनों का कहना था कि बच्चे का इलाज बगीचा में होता तो उसकी जान बच जाती डॉक्टर की लापरवाही से बच्चें की जान चली गयी। जब हम बच्चे को लेकर बगीचा अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टर ने तुरंत रेफर कर दिया एम्बुलेंस की सुविधा तक उपलब्ध नही कराई जैसे तैसे प्राइवेट गाड़ी से हम बच्चे को अम्बिकापुर लेकर गए अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टर ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया।परिजनों ने इस बच्चे की समय पर उपचार नहीं हो पाने से मौत होने का बात कहा है। परिजनों ने चिकित्सकों पर उनके कर्तव्यों का निर्वाहन नहीं करने सहित आरोप लगा कर कार्यवाही का मांग किया है।
अब देखना यह है। की इस गंभीर लापरवाही के उजागर होने पर जिले के संवेदनशील जिलाधीश कलेक्टर महादेव कावरे इस मामले पर क्या कार्यवाही करते हैं। चूंकि लापरवाही से एक मासूम की मौत का मामला सामने आया है। तो ऐसे में कलेक्टर कार्यवाही करेंगे या मामले को यूं ही ठंडे बस्ते में जाने देंगे यह तो आने वाला समय ही बताएगा फिलहाल मृतक के परिजनों को जशपुर कलेक्टर महादेव कांवरे से न्याय का उम्मीद है। और वे न्याय की आस में कलेक्टर से गुहार लगा रहे हैं।
जिला क्लेक्टर महादेव कांवरे से बगीचा के 14 वर्षीय बच्चे का इलाज के अभाव में हुई मौत पे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि शोशल मीडिया में आये बातों पे मैने बगीचा एसडीएम से तुरन्त बात कर जानकारी ली जिसमे ये बताया गया की 14 वर्षीय ब्च्चे को एंटी वेनम डोज बगीचा के अस्पताल में लगाया गया है। उस बच्चे के परिजन ही अपनी जिद्द में बच्चे को प्राइवेट गाड़ी में बाहर ले गए है। जबकि अस्पताल में एम्बुलेंस मौजूद होने की बात कही गई अगर बच्चे के परिजन किसी तरह की लिखित शिकायत करते है। तो हमारे द्वारा इसकी जांच करवाई जाएगी सांप काटने से हुई मौत पे शाशन से मिलने वाला मुवायजा राषि जल्द ही परिजनों को सौंपा जाएगा। साथ ही जिला अस्पताल में 12 करोड़ रुपये के जांच रिपोर्ट में अनियमितता पाए गए सभी अधिकारी कर्मचारीयो के ऊपर राज्य सरकार एवं आयोग को कारवाही के लिखा है।
सांसद गोमती साय ने 14 वर्षीय बच्चे की सांप काटने के बाद इलाज के अभाव में हुई मौत पे कहा कि पूरे जिले में स्वास्थ्य सुविधाएं पूरी तरह से चरमराई हुई है। जहां जिला अस्पताल में लगभग 12करोड़ के भ्र्ष्टाचार अनियमितता पाए जाने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारि कर्मचारियों के विरुद्ध बस एक स्थानांत्रण कर प्रशाशन और राज्य सरकार की मंशा को सबके सामने लाता है। इससे ये समझा जा सकता है। जिले की जनता को प्रशासन अच्छी स्वास्थ्य सुविधायें देने के लिए कितनी सजग और प्रतिबद्ध है। बगीचा में 14 वर्षीय बच्चे का इलाज के अभाव और एम्बुलेंस न मिलने की बात पे सांसद ने कहा कि जिला प्रशाशन को जांच कर लोगो के बीच सच लाना चाहिए साथ ही ज़िले के लोगो को बेहतर स्वास्थ्य ब्यवस्था देने के प्रयास किये जाने चाहिए।

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