कांग्रेस का बड़ा हमला : 2 साल में विज्ञापनों पर 822 करोड़ खर्च करने वाले अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में एक भी ऑक्सीजन प्लांट नहीं लगवाया ?
कोरोना को लेकर चारों ओर त्राहिमाम मचा है, दिल्ली में तो हालात बहुत भयावह हैं, स्वास्थ्य व्यवस्था दम तोड़ चुकी है, अस्पतालों में बेड नहीं है, ऑक्सीजन की भारी किल्लत देखि जा रही है, परन्तु कोई भी मीडिया चैनल इसको लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल से सवाल नहीं कर रहा है, इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि केजरीवाल सरकार ने लगभग सभी मीडिया चैनल को करोड़ों का विज्ञापन दे रखा है.
जानकारी के अनुसार, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने पिछले दो सालों में विज्ञापनों पर लगभग 822 करोड़ रूपये खर्च किये, लेकिन एक भी ऑक्सीजन प्लांट दिल्ली में लगवाने की जहमत नहीं उठा सके, यही वजह है कि आज दिल्ली में ऑक्सीजन की भारी किल्ल्त है लोग सांसों के लिए तड़प रहे हैं. कांग्रेस प्रवक्ता अलका लाम्बा ने कहा, पिछले दो सालों में अपने विज्ञापनों पर 822 करोड़ खर्च करने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कोरो ना महामारी से लडने के लिए पिछले एक साल में एक भी ऑक्सीजन प्लांट दिल्ली में क्यों नही लगाया? सोचियेगा।
मुख्यमंत्री केजरीवाल पर हमला बोलते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने कहा कि दिल्ली सरकार का समस्त ध्यान अपनी स्वयं की पब्लिसिटी पर ही केंद्रित रहा है। पिछले वर्ष दिल्ली सरकार ने अपने गुणगान और प्रचार पर 355 करोड़ रु पए का विज्ञापन खर्च किया। इस वर्ष यह राशि बढ़ाकर 467 करोड़ रु पए कर दी गई है।
अगर दिल्ली सरकार की पब्लिसिटी पर इस खर्च राशि को जोड़ा जाए तो यह 822 करोड़ रुपए की बड़ी राशि होती है। अगर इस राशि का उपयोग दिल्ली में ऑक्सीजन सप्लाई को बढ़ाने के लिए किया जाता तो इससे दिल्ली में 750 एमटी अतिरिक्त ऑक्सीजन का उत्पादन हो सकता था। लेकिन ऐसा नहीं हुआ, जिसकी वजह से दिल्ली में लोग ऑक्सीजन की कमी की वजह से अस्पतालों में दम तोड़ रहे हैं.