छठी मइया के लोकगीतों से गुंजता रहा घाट, सरकार की गाइडलाइन का पालन करते हुए छठ व्रतियों ने अस्त होते सूर्य को दिया अर्घ्य
मुकेश अग्रवाल, हिंद शिखर न्यूज़ पत्थलगांव
छठ व्रतियों ने शुक्रवार की शाम डूबते सूरज को अर्घ्य घाट, तालाब व नदी किनारे दिया। इस छठ पर्व के दिन भक्त सिर पर पूजन सामग्री से भरी टोकनी, व सूप को लेकर छठव्रतियों के साथ उनका परिवार व शहरवासीयों का हुजुम तालाब के घाट में उमड़ पड़ा। भक्त प्रसिद्ध छठी मइया के गीत गाते हुए घाट पर पहुंचे। दिवाली के बाद सूर्य भगवान के उपासना का सबसे बड़ा त्योहार छठ आता है। हिंदू आस्था के महापर्व छठ के लिये बुधवार से नहाय खाय के साथ ही छठ व्रतियों के चार दिवसीय व्रत की शुरुआत हो गई थी। गुरुवार को खरना पर व्रतियों के यहां प्रसाद ग्रहण करने के लिए लोगों का तांता लगा रहा ।शुक्रवार को डूबते सूर्य को पहला अर्ध्य दिया गया लोगों ने अस्तांचल गामी सूर्य को अर्ध्य अर्पित किया। बच्चों में इस पर्व को लेकर खासा उत्साह था। सैकड़ो की संख्या में लोग छठव्रतियों के साथ इस पर्व में शामिल होने छठ घाट पहुंचे थे। अलग अलग धर्म व संप्रदायों के लोग इसमें शामिल थे, घाट के चारों ओर गहमागहमी का माहौल था। छठव्रती यहां पानी में खड़े होकर अस्त होते सूर्यदेव को अर्घ दिए इस दौरान छठी माई के गीतों से घाट गुंजायमान होते रहे। व्रतधारियों का सबसे बड़ा जमावड़ा पूरन तालाब स्थित घाट पर लगा हुआ था।
पत्थलगांव नगरपंचायत के उपाध्यक्ष के द्वारा पूरन तालाब छठ घाठ का साफ सफाई से लेकर बिजली ब्यवस्था और बैठने की ब्यवस्था के लिए पहले कार्य करवाया जा रहा था एसडीओपी योगेश देवांगन ने स्वयं छठ घाट में पहुच कर स्थिति का जायजा लेते देखे गए महिला पुलिस के साथ ट्रैफिक पुलिस भी रास्ते मे ब्यवस्था बनाने जुटे रहे जिला पुलिस प्रशासन घाट पर गोता खोर टीम सुरक्षा की दृष्टि से भेजा गया। इस बार सरकार की गाइडलाइन का पालन करते हुए पहले की अपेक्षा कम भक्त ही घाट पहुचे ।