छत्तीसगढ़ के शिमला मैनपाट में जल्द ही पर्यटक देख सकेंगे शिमला की तर्ज पर चाय के बागान… देखें वीडियो
अम्बिकापुर – छत्तीसगढ़ का शिमला कहा जाने वाला सरगुजा जिले के मैनपाट में चाय की नर्सरी का प्रयोग सफल हो गया है कैबिनेट मंत्री अमरजीत भगत की पहल पर डेढ़ हेक्टेयर में शुरू हुआ प्रयोग वन विभाग के प्रयास से सफल हो गया है।
सरगुजा के सुप्रसिद्ध पर्यटन स्थल मैनपाट में पिछले वर्ष केबिनेट्स मंत्री अमरजीत भगत की पहल पर जशपुर के समान चाय की खेती करने के लिए पहल शुरू की गई थी घोषणा के 1 महीने के भीतर ही वन विभाग द्वारा ग्राम बलिया में लगभग डेढ़ हेक्टेयर जमीन पर जशपुर से चाय के पौधे लाकर इसकी खेती शुरू की गई ।
हालांकि इस बीच मौसम का उतार-चढ़ाव बना रहा लेकिन लगातार देखरेख करने से 12000 पौधे जीवित रहे अब पौधे डेढ़ से दो फीट तक ग्रोथ कर चुके हैं। बारिश के शुरू होते ही अब चाय के इस नर्सरी देखने लायक है। मैनपाट में चाय की नर्सरी की प्रारंभिक सफलता के बाद अब 50,000 चाय के पौधे लगाने के लिए 4 हेक्टेयर जमीन तैयारी की जा रही है नर्सरी स्वयं सहायता समूह के माध्यम से संचालित की जा रही है जिसका उत्पादन भी इसी समूह के द्वारा किया जाएगा।