आंध्र प्रदेश में शिव मंदिर पर हमला, नंदी की प्रतिमा के दो टुकड़े कर दिए पिछले कुछ दिनों में मंदिर पर हमले की सातवीं घटना
आंध्र प्रदेश में मंदिरों पर हमले का सिलसिला थम नहीं रहा है। चित्तूर जिले में एक शिव मंदिर पर हमला किया गया और मंदिर में स्थित नंदी की प्रतिमा को खंडित कर दिया गया। ऐसा करने वाले अज्ञात बदमाशों के बारे में कुछ पता नहीं चल सका है। कहा जा रहा है कि इस महीने में ये 5वीं ऐसी घटना है और पिछले कुछ दिनों में 7वीं। ताज़ा घटना रविवार (सितम्बर 27, 2020) को हुई, जब आंध्र प्रदेश के चित्तूर में स्थित मंदिर को निशाना बनाया गया।
आंध्र प्रदेश के गृह मंत्री ने मंदिरों पर हो रहे हमलों को एक साजिश करार दिया था और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही थी लेकिन इस घटना को 24 घंटे भी नहीं हुए थे, जब नंदी की प्रतिमा को नष्ट किया गया। चित्तूर जिले के गंगाधर नेल्लोर मंडल में अगारा मंगलम गाँव में स्थित शिव मंदिर में ये घटना हुई। रात में ही आए अज्ञात बदमाशों ने इस घटना को अंजाम दिया। स्थानीय लोगों ने बताया कि नंदी की प्रतिमा के 2 टुकड़े कर दिए गए।
मंदिर के पास सीसीटीवी कैमरे न होने के कारण बदमाशों का पता लगाने में पुलिस को परेशानी हो रही है। पुलिस ने बताया है कि मामला दर्ज कर के साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं और आरोपितों को पकड़ने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। विपक्षी दल लगातार जगन मोहन रेड्डी की सरकार पर मंदिरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए दबाव बना रहे हैं। कोरोना आपदा के बीच तंगी से जूझ रहे राज्य में इन समस्याओं को लेकर सरकार आँख मूँदे हुए है।
चित्तूर के एसपी एनस्थील कुमार ने जानकारी दी कि जैसे ही इस घटना के बारे में सूचना मिली, पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुँची। पुलिस ने स्थानीय लोगों से बातचीत कर के इस घटना के बारे में पता लगाया।
तेलुगु देशम पार्टी के नेता जयदेव गल्ला ने राज्य में हिंदू मंदिरों पर हालिया हमलों के लिए आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ युवजन श्रमिक रायथू (YSR) कॉन्ग्रेस पार्टी को दोषी ठहराया था। गल्ला ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने के लिए राज्य सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा था कि वाईएसआर पार्टी ऐसे हमलों से लाभान्वित हो रही है।
आंध्र प्रदेश में मंदिरों पर बढ़ रहे हमलों के मद्देनजर टीडीपी अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू ने भी प्रदेश के सीएम पर आरोप लगाया था कि इतने मामले आने के बावजूद उन्होंने अभी तक एक भी मंदिर में जाने की ज़हमत नहीं उठाई। उन्होंने कहा था कि सीएम चाहे कोई भी धर्म का अनुसरण करता हो, मगर उसका फर्ज है कि वह हर धर्म के श्रद्धालुओं को समानता और न्याय दें। उन्होंने कहा था कि ये आज की सरकार की जिम्मेदारी है वह हर धार्मिक स्थल की रक्षा करें।