अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमित युवक ने ट्रेन के सामने कूदकर कर ली आत्महत्या
जांजगीर। जिले के सरकारी अस्पताल की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था से दुखी होकर कोरोना संक्रमित युवक तड़के सुबह सेंटर से भागकर खोखसा फाटक के पास ट्रेन के सामने कूदकर खुदकुशी कर ली है। इससे अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही भी उजागर हुई है। युवक की आत्महत्या के बाद परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। आत्महत्या करने से पहले युवक ने अपनी बहन को मैसेज कर कहा था कि माता-पिता का ध्यान रखना, मैं खुदकुशी करने जा रहा हूं और ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दी। घटना है।
जानकारी के मुताबिक कुलिपोटा निवासी युवक पंकज तिवारी 15 सितंबर को कोरोना संक्रमित पाया गया था। जिसके बाद उसे कोविड केयर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया, जहां की अव्यवस्था को देख युवक काफी परेशान रहता था। उसे खाने पीने के लिए भी नहीं मिलता था। इस अव्यवस्था की सूचना उसने मोबाइल के जरिए अपने परिजनों को दिया था और यहां से उसे निकालकर घर ले जाने को कहा था। पुलिस ने बताया कि युवक वहां से कैसे भागा, इस पर जांच की जा रही है। अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच के साथ सुरक्षाकर्मियों से भी पूछताछ की जाएगी।
मृतक के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मृतक के पिता का कहना है उसके बेटे को अस्पताल में ठीक से खाने पीने को नहीं मिल रहा था। जिसके कारण वो बार-बार उसको वहां से ले जाने को कह रहा था। उसके पिता ने होम आइसोलेशन के लिए फॉर्म भी भर दिया था, मगर उसके बेटे को उस दिन नहीं भेजा गया। पिता का कहना है कि मरने से पहले सुबह बेटे ने घर में अपनी बहन के मोबाइल में खुदकुशी करने का मैसेज किया था। मैसेज मिलने के बाद घर वाले आनन-फानन में अस्पताल के लिए निकले। तब तक बहुत देर हो चुकी थी। उन्हें खबर मिली कि बेटे ने आत्महत्या कर ली है।