लखनपुर

एन एच अंबिकापुर -बिलासपुर 130  की बेशकीमती शासकीय भूमि पर कब्जा दिलाने का चल रहा खेल, लखनपुर के अनुविभागी अधिकारी राजस्व ने पत्रकार को दी शिकायत करने की नसीहत

लखनपुर तहसील बना  भू माफियाओं का अड्डा आम ग्रामीण लग रहे तहसील कार्यालयों का सालों साल चक्कर नहीं मील रहा न्याय-

लखनपुर तहसील कार्यालय में भू माफिया का अड्डा बना हुआ है। जहां भू माफिया सक्रिय हैं जमीन की कमीशन खोरी को लेकर अधिकारियों के द्वारा भू माफिया का कार्य अति शीघ्र अपने निवास में बुलाकर किया जा रहा है तथा सीधे-साधे भोले भाले ग्रामीणों को सालों साल तहसील कार्यालय का चक्कर लगाने को मजबूर। वहीं भू माफिया का कार्य में लिफ्ट कुछ पटवारी जिनके द्वारा स्वयं जमीन खोज कर भूमिया संपर्क कर उक्त भूमि का खरीदी बिक्री कराया जा रहा है और बीच का कमीशन लिया जा रहा है।

एनएच की बेसकीमती शासकीय भूमि पर कब्जा दिलाने का चल रहा खेल

अंबिकापुर बिलासपुर राष्ट्रीय राजमार्ग 130 से लगे बेसकीमती जमीन अमगसी से लेकर सिंगीटाना  के मध्य शासकीय भूमि पर स्थानीय पटवारी तथा राजस्व अधिकारियो  की मिली भगत से शासकीय भूमि पर कब्जा दिलाने के नाम पर लाखों रुपए की अवैध  उगाही  की  जा रही है और बेजा कब्जा हटाने के बजाय कब्जा दिलाने में सक्रीय भूमिका निभाई जा रही है जिसमें मुख्य रूप से ग्राम हसडाड़ के पास पुरानी नेशनल हाईवे सड़क में कालम युक्त घर निर्माण किया जा रहा है वहीं सिगिटाना के मध्य तीन चारस्थानों  में सड़क के किनारे पक्के मकान या दुकान बनाकर कब्जा भी दिलाया जा रहा है लाखों रुपए लेकर शासकीय भूमि में कब्जा दिलाने का परंपरा बनते जा रहा हैऔर लखनपुर शासकीय भूमी पर कब्जा हटाने के बजाया कब्जा दिलाने का तहसील में खेल चल रहा है।

जन्म -मृत्यु प्रमाण पत्र सहित प्रतिबंधतम कार्यवाहियों( 151, 107- 16 )के  जमानत के नाम पर संबधित   बाबुओ के मध्यम से खुलेआम  हजारों रुपए की वसुली –

लखनपुर तहसील कार्यालय के अधिकारियों के नदारत रहने से पक्षकार परेशान रहते हैं। लखनपुर तहसील कार्यालय का चक्कर काटते पक्षकार एवं पक्षकार एवं आम ग्रामीण जिनके द्वारा जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए महीना दो महीना सभी अधिक चक्कर लगातार काटा जाता रहा है लेकिन उनसे भी मोटी रकम के डिमांड संबंधित बाबू के द्वारा खुलेआम किया जाता है तथा राजस्व सहित जन्म मृत्यु सहित अन्य प्रकरणों में बिना लाइसेंस धारी दलाल वहां पर  वैधानिक रूप से अधिकारियों के साथ गांठ कर उन्हें शरण दिया जा रहा है और मोटी रकम कमीशन बतौर लिया जा रहा है। वहीं तहसील कार्यालय में संबंधित बाबू के द्वारा प्रतिबंधात्मक कार्रवाई ( धारा 151, 107-16 )के जमानत को लेकर हजारों रुपए की चढ़ोतरी अनावेदक पक्षो के द्वारा चढ़ाए जाने के बाद ही जमानत दिया जा रहा है वहीं तहसील कार्यालय दलालो कि भूमिका भी सक्रिय है।
वही ग्रामीण तथा भूमि संबंधित पक्षकार किसी भी मामले को लेकर आता है जिसे कई बार तो तहसील कार्यालय में तहसील अधिकारी नहीं मिलते जिसके कारण कई बार उन्हें बैरंग ही घर वापस लौटना पड़ता है तथा अन्य राजस्व से संबंधित कार्यों को लेकर कार्य के लिए सालों साल चक्कर काटना पड़ रहा है यह स्थिति अभी वर्तमान में एक वर्षों से देखी जा रही है जिसकी सुधार के लिए क्षेत्रवासियों ने मांग की है कि लखनपुर तहसील में स्थाई तहसीलदार की नियुक्ति की जाए जिससे व्यवस्था में सुधार हो सके। और तहसील न्यायालय से जन्म मृत्यु निवास आय जाति सहित जमीन संबंधित प्रकरणों का जल्द निराकरण हो सके।

“””””एसडीएम बी आर खांडे””””

नेशनल हाईवे पुराने डामरीकरण सड़क में कब्ज़ा कर मकान बनाए जाने के संबंध में पूछने पर एसडीएम बी आर खांडे से पूछे जाने पर उनके द्वारा मामले को गंभीरता से ना लेते हुए पत्रकार को ही शिकायत करने की नसीहत दी गई और जांच कर कार्यवाही करने की बात कही।

“””तहसीलदार नीरज कौशिक “””

इस संबंध में लखनपुर तहसीलदार नीरज कौशिक से चर्चा करने पर उनके द्वारा कहा गया कि मौका जांच कर कब्ज़ा पाए जाने पर मकान तोड़ते हुए उचित कार्रवाई की जाएगी।

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