राष्ट्रीय युवा दिवस पर पिरामल फाऊंडेशन एवं जिला क्षय उन्मूलन केंद्र सूरजपुर द्वारा कार्यशाला का आयोजन
सूरजपुर । राष्ट्रीय युवा दिवस पर पिरामल फाऊंडेशन छत्तीसगढ़ एवं जिला क्षय उन्मूलन केन्द्र के संयुक्त तत्वावधान में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय सूरजपुर में कार्यशाला का आयोजन कर विवेकानंद जयंती मनाई गई। इस अवसर पर स्वामी विवेकानंद जी के जीवन दर्शन पर प्रकाश डालते हुए कार्यक्रम के मुख्य वक्ता संजीत कुमार ने कहा की स्वामी विवेकानंद जी का जीवन दर्शन आदर्शों का खजाना है।
विश्व पटल पर भारतवर्ष छवि को जिस तरह से विवेकानंद जी ने रेखांकित किया था वह आज भी अनुकरणीय है। उनके दिनचर्या में अध्यात्मिक तथ्यों के साथ विज्ञान भी है । अध्यात्म और विज्ञान के समन्वय से विद्यार्थी का जीवन हमेशा सुखमय रहेगा। टीबी की विमारी से सबसे ज्यादा युवा वर्ग को नुकसान होता है। इस उम्र में ही बुरे और अच्छें आदत लगती है बुरे लत यानी खैनी तम्बाकू दारू शराब आदि। इससे किसी भी व्यक्ति या समाज का भला नहीं होगा। नशा के सेवन से कई बिमारियां लगती है जिसमें एक टीबी बिमारी भी है। टीबी की बिमारी हवा के माध्यम से फैलती है। एक टीबी संक्रमित व्यक्ति जब खांसता छीकता है तो टीबी के वैक्ट्रिया हवा में फैल जाती है। उस स्थान पर जो व्यक्ति रहेगा सब संक्रमित हो सकता है। पिरामल स्वास्थ्य के जिला कार्यक्रम अधिकारी आशीष गुप्ता ने कहा की छात्र जीवन प्रगति का परिचायक है भारतवर्ष के महापुरुषों का जीवन दर्शन को पढ़ना और उस पर विचार करना चाहिए। प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत के सपनों को साकार करने के लिए युवा वर्ग का अहम भूमिका है। कार्यक्रम कार्यक्रम संचालन करते हुए जिला कार्यक्रम समन्वयक राज नारायण द्विवेदी ने कहा की विकसित भारत के सपना को साकार करने के लिए स्वास्थ्य भारत का निर्माण करना होगा। स्वच्छता और स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना होगा। तीन मिनट में एक व्यक्ति की मौत टीबी बिमारी के कारण होता है। एक टीबी पेसेंट दस से पंद्रह लोगों को संक्रमित करता है, पंचान्वे प्रतिशत एड्स रोगी का मौत टीबी विमारी से होता है। एक एमडीआर टीबी रोगी दो सौ से ढ़ाई सौ लोगों को एमडीआर टीबी फैलायेगा । इस दिशा में हमें जागरूक रहने की आवश्यकता है। टीबी का इलाज उपचार जांच सब कुछ नि: शुल्क है। अधिक्षिका श्रीमती सुमन वर्मा ने कहा की छात्र जीवन से व्यक्ति का चरित्र निर्माण होता है। अपने चरित्र को बेहतर और प्रभावी बनाने के लिए महापुरुषों के जीवन दर्शन को पढ़ना चाहिए। व्यक्ति का दिनचर्या विद्यार्थी से शुरू होता है। स्वामी विवेकानंद और वर्तमान परिदृश्य पर अध्ययन करने की आवश्यकता है । पिरामल फाऊंडेशन छत्तीसगढ़ का कार्य और कार्यक्रम सराहनीय और प्रशंसनीय है। युवा दिवस पर टीबी मुक्त भारत का संदेश आज छात्राओं को दिया गया जो स्वहित और समाज हीत दोनों के लिए लाभकारी है। पिरामल स्वास्थ्य के कार्यकर्ताओं ने इस कैम्पस को घुम घुम का देखा और खुब तारीफ की । विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने पुनः आने को कहा। कार्यक्रम से सबका मन प्रफुल्लित और गदगद हो गया। कार्यशाला के वाद शिक्षिकाओं ने इस गतिविधि पर समीक्षात्मक अपने अपने विचार रखे। आभार प्रदर्शन श्रीमती माया सिंह ने किया। कार्यक्रम में मीना मगरे, मरियम टोप्पो, स्वाति रानी संतरा, काजल पटेल, शिवानी अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।