लगातार तीसरे दिन शावक सहित चौथे हाथी की मौत से वन विभाग सकते में.. हाथियों के मौत का कारण जानना विभाग के लिए बड़ी चुनौती..
पोड़ी मोड़- प्रतापपुर।सरगुजा संभाग में वन विभाग की मुसीबत बढ़ती जा रही है,लगातार तीसरे दिन चौथे हाथी का शव मिली है।प्रतापपुर से लगे राजपुर परिक्षेत्र के गोपालपुर के जंगल में हाथी की मौत होने की जानकारी मिल रही है।बताया जा रहा है कि यह भी गणेशपुर में डटे प्यारे के ग्रुप का सदस्य है जिनमें दो हथिनियों के साथ पेट में पल रहे शावक की मौत हुई थी।
सूरजपुर जिला अंतर्गत प्रतापपुर के गणेशपुर में लगातार दो दिनों में दो हथिनियों के साथ पेट में पल रहे शावक की मौत से वन विभाग उबर नहीं पाया था कि अब एक और हाथी की मौत की हो गई,लगातार तीसरे दिन चौथे हाथी की मौत ने वन विभाग को सकते में ला दिया है।इस बार हाथी का शव प्रतापपुर परिक्षेत्र से लगे राजपुर परिक्षेत्र के गोपालपुर के जंगल में मिला है,बताया जा रहा है कि यह मृत हाथी भी प्यारे के उस ग्रुप का सदस्य है जो गणेशपुर में डटा है और इनमें तीन हाथियों की मौत हो चुकी है,अनुमान है कि यह मौत तीन चार दिन पहले हुई है।मिली जानकारी के अनुसार प्यारे का ग्रुप कुछ दिन पूर्व बीच में गणेशपुर होकर राजपुर परिक्षेत्र में घुसा था और एक दो रहने के बाद वापस लौट गया था।आज सुबह जंगल में हाथी के शव होने की जानकारी ग्रामीणों ने स्थानीय वन कर्मचारियों को दी थी जिसके बाद वन अमला वहां पहुंच गया है और उसके पोस्टमार्टम की तैयारी की जा रही है।
आज छत्तीसगढ़ वन विभाग के सभी बड़े अधिकारी प्रतापपुर में हैं और दूसरे दिन मील हथिनी के शव का पोस्टमार्टम कराने की तैयारी रही है।ऐसे में बगल में एक और हाथी का शव मिलने से सनसनी फैल गई है, बरहाल लगातार तीसरे दिन चौथे हाथी की मौत ने विभाग को हिलाकर रख दिया है तथा मौतों का कारण जानना विभाग के लिए बड़ी चुनौती के तौर पर खड़ा है।