छत्तीसगढ़

9 विधायकों ने ली मंत्री पद की शपथ , नए मंत्री बने टंक राम वर्मा रह चुके हैं केदार कश्यप के पीए अब साथ में होंगे मंत्री…


राज्यपाल विश्वभूूषण हरिचंदन राजभवन में विधायक सर्वश्री बृजमोहन अग्रवाल, रामविचार नेताम, केदार कश्यप,   दयालदास बघेल, लखनलाल देवांगन, श्याम बिहारी जायसवाल, ओ.पी चौधरी, लक्ष्मी राजवाड़े एवं टंकराम वर्मा को मंत्री पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उप मुख्यमंत्री द्वय अरुण साव, विजय शर्मा सहित विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, नवनिर्वाचित विधायक, जनप्रतिनिधिगण, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारीगण उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने किया। इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव अमृत खलखो, उप सचिव दीपक अग्रवाल भी उपस्थित थे।

बलौदा बाजार के विधायक टंक राम वर्मा रह चुके हैं केदार कश्यप के पीए

आज शपथ लेने वाले 9 मंत्रियों में विधायक टंक राम वर्मा ने मंत्री पद की शपथ ली. बलौदा बाजार से विधायक टंकराम वर्मा पहले केदार कश्यप के पीए रह चुके है आज उन्ही के साथ मंत्री मंडल की शपथ ली. केदार कश्यप से पहले टंक राम वर्मा रमेश बैस के पीए रह चुके है जो अभी महाराष्ट्र के राज्यपाल है.

मुख्यमंत्री साय ने बृहस्पतिवार को अपने मंत्रिमंडल के विस्तार की जानकारी दी थी। उन्होंने कहा था कि जल्द ही नए मंत्रियों को विभागों का आवंटन कर दिया जाएगा। मंत्रिमंडल में एक पद बाद में भरा जाएगा। छत्तीसगढ़ में 90 सदस्यीय विधानसभा में मुख्यमंत्री सहित अधिकतम 13 सदस्य हो सकते हैं। राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में जीत के बाद 13 दिसंबर को नई सरकार का गठन हुआ था। शहर के साइंस कॉलेज मैदान में हुए शपथ ग्रहण समारोह में विष्णु देव साय ने मुख्यमंत्री के रूप में तथा अरुण साव और विजय शर्मा ने उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।

जानिए किस समुदाय के कितने मंत्री बनें

मंत्रिमंडल विस्तार के बाद इसके 12 में से छह सदस्य- अरुण साव, लखनलाल देवांगन, श्याम बिहारी जायसवाल, ओ पी चौधरी, टंक राम वर्मा और लक्ष्मी राजवाड़े अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से हैं। वहीं मंत्रिमंडल के तीन अन्य सदस्य-मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, रामविचार नेताम और केदार कश्यप अनुसूचित जनजाति वर्ग (एसटी) से हैं। राज्य मंत्रिमंडल में अनुसूचित जाति (एससी) से एक सदस्य दयालदास बघेल हैं और सामान्य वर्ग से दो सदस्य विजय शर्मा और बृजमोहन अग्रवाल हैं। मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद लक्ष्मी राजवाड़े मंत्रिमंडल में एकमात्र महिला सदस्य हैं।

ये नेता पहले भी मंत्री रह चुके हैं

आज शपथ लेने वाले नए मंत्रियों में अग्रवाल, नेताम, कश्यप और बघेल ने पिछली भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) सरकारों में भी मंत्री के रूप में कार्य किया है। वहीं भारतीय प्रशासनिक सेवा से राजनीति में आए चौधरी के साथ ही वर्मा और राजवाड़े पहली बार विधायक बने हैं तथा जायसवाल एवं देवांगन दूसरी बार के विधायक हैं। मुख्यमंत्री साय केंद्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार के पहले कार्यकाल में केंद्रीय मंत्री के रूप में कार्य कर चुके हैं।

किस संभाग के कितने मंत्री

मंत्रिमंडल विस्तार के बाद साय सरकार में सरगुजा संभाग से चार, बिलासपुर संभाग से तीन, रायपुर और दुर्ग संभाग से दो-दो और बस्तर संभाग से एक सदस्य हैं। राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को हराकर भाजपा ने पांच वर्ष बाद सत्ता में वापसी की है। भाजपा ने 90 सदस्यीय विधानसभा में 54 सीट जीती हैं, जबकि कांग्रेस 35 सीट ही हासिल कर सकी। राज्य में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को एक सीट मिली है।

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