प्यास बुझाने 2 किलोमीटर दूर से बाल्टी में पानी लेकर आती हैं स्कूल की छात्राएं, गर्मी में सूखे हैंडपंप..
देवबर्शन सरूता । इन दिनों भीषण गर्मी पड़ने लगी है और भूमिगत जलस्तर भी बहुत नीचे चला गया जिसके वजह से लगभग दर्जनों गांवों के सामने पीने के पानी का संकट खड़ा हो गया है. गांव में हैंडपंप तो हैं, लेकिन उनमें से इक्का- दुक्का ही ऐसे हैंडपंप हैं जिनमें से पानी निकलता है वहीं दूसरे हैंडपंपों में या तो पानी नहीं निकलता और निकलता भी है तो गंदा और मटमैला, जो पीने योग्य नहीं है, वहीं कुछ हैंडपंप पीएचई विभाग की लापरवाही की भेंट चढ़ गए हैं.
रामचन्द्रपुर ग्राम पंचायत के वार्ड क्रमांक 9 और 10 में लगभग एक महीने से हैंडपंप खराब है, जिसकी शिकायत ग्रामीणों सहित गांव के सरपंच ने भी दर्जनों बार की, लेकिन अधिकारियों की उदासीनता के कारण लगभग 1200 से अधिक लोगों को गर्मी में पेयजल के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं, वहीं मवेशियों को गांव से लगभग सात किमी दूर कन्हर नदी में ले जा कर पानी पिलाना पड़ रहा है.
रामचन्द्रपुर के कन्या शाला परिसर में तीन हैंडपंप है इनमें से दो हैंडपंप कई वर्षों से सुख गए है वहीं एक हैंडपंप महीनो से खराब होकर पड़ा हुआ है मजबूरी में स्कूल के बच्चे दूर से पानी लाते दिखाई दे रहे हैं स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को गर्मी के मौसम में प्यास बुझाने के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है.