जहां मवेशियों का है डेरा वहां बनता है सरकारी बच्चों का खाना
नंदू यादव । छत्तीसगढ़ शिक्षा विभाग तमाम दावे कर ले बेहतर शिक्षा बेहतर व्यवस्था देने का लेकिन यह दावे जमीनी हकीकत पर कुछ और बयां करते हैं इसका जीता जागता आज हम आपको तस्वीर दिखाएंगे।
बलरामपुर जिले के विकासखंड वाड्रफनगर के अंतर्गत ग्राम पंचायत आसनडीह के तेंदूडाड प्राथमिक शाला का जहां स्कूली बच्चों का खाना टूटा फूटा आंगनबाड़ी केंद्र जहां मवेशियों का डेरा है जहां मवेशी रहते हैं वहीं पर बच्चों का खाना बनता है।
तस्वीरें देखने के बाद आप अपने बच्चों को नहीं भेजेंगे सरकारी स्कूलों में।
जिसके बारे में वहां के सहायिका बात किया गया तो उन्होंने बताया कि बहुत पहले से हम यहीं पर खाना बना रहे हैं और हम इसके बारे में अधिकारियों को भी अवगत करा चुके हैं।
शिक्षक ने बताया कि ग्रामीणों के द्वारा यहीं पर बैल बांध दिया जाता है किचन शेड नहीं होने के कारण हम लोगों को यहीं पर खाना बनाना पड़ता हैै।
देखने वाली बात यह होगी कि खबर चलने के बाद क्या प्राथमिक शाला के बच्चों को अच्छे जगह पर खाना नसीब हो पाएगा कि नह