मानव तस्करी जैसे अहम मुद्दे पर बनी हिंदी फिल्म में किरदार के रूप में नजर आएंगे अम्बिकापुर के दीपक पांडेय, 10 जून को हिंदी और मराठी में रिलीज होगी फ़िल्म
अम्बिकापुर। 10 जून को भारतीय सिनेमा में एक फ़िल्म रिलीज होने वाली है जो एक साथ दो भाषाओं में रिलीज होगी मराठी और हिंदी। इस फ़िल्म का नाम है “अन्या” यह फ़िल्म बनी जरूर मुम्बई में हो लेकिन यह फ़िल्म हमारे सरगुजा संभाग के एक ऐसे मुद्दे को उठाती है, जिसका दंश यह संभाग काफी समय से झेल रहा है, आज भी हम इससे पीड़ित हैं। कई सामाजिक संस्थायें और सरकार इस पीड़ा को दूर करने लगातार प्रयासरत है, किन्तु अब भी हम संघर्ष कर रहे हैं अपनों को वापस लाने, अपने को बिछड़ने से बचाने तमाम तरह के हथकंडे अपना रहे हैं, लेकिन हर सप्ताह कोई न कोई मामला सरगुजा संभाग के किसी न किसी थाने में पहुंच ही जाता है। यह मामला है मानव तस्करी का, जिसे लेकर कई बार आने वाले आंकड़े हमें डराते हैं, खासकर जशपुर एवं सरगुजा-जशपुर के बॉर्डर एरिया में यह मामला काफी मिलता रहा है। यहां की लड़कियों को काम के बहाने बाहर ले जाकर बेचा जाता रहा है, कई बार पुलिस को सफलता मिलती है ऐसे लोगों तक पहुंचती है जो इस तरह के कृत्य को कर रहे हैं और कई बार पुलिस केवल कोशिश करती रह जाती है, लेकिन हाथ कुछ नहीं लगता। भारती सिनेमा में 10 जून को हिंदी और मराठी दोनों भाषाओं में जो फ़िल्म रिलीज होने वाली है वह मानव तस्करी पर बनी हुई है। न सिर्फ यह फ़िल्म सरगुजा संभाग के किसी मामले को उठाता हुआ दिखता है, बल्कि सरगुजा संभागीय मुख्यालय के एक युवा दीपक पांडेय ने भी इन फ़िल्म में एक किरदार के रूप में भूमिका निभाई है। किरदार के साथ-साथ फ़िल्म के कास्टिंग डायरेक्टर भी दीपक ही हैं। मानव तस्करी जैसे मुद्दे पर बनी इस फ़िल्म में अम्बिकापुर शहर का युवा दीपक पांडेय ने मिलन नाम के किरदार की भूमिका निभाई है। जिसने इस फ़िल्म में एक बस्ती के टपोरी लड़के की भूमिका निभाई है जो पैसे के लिए हर अच्छे-बुरे काम करता है।
इस फ़िल्म में मजदूरों के दर्द एवं किसानों के दर्द को भी बताया गया है कि कैसे स्थानीय स्तर पर काम नहीं मिलने से परिवार तबाह होता, अच्छी खेती नहीं होने से किसान का परिवार टूटता है और उसका असर सीधे बच्चों पर पड़ता है। इससे बच्चे घर का खर्च चलाने कुछ भी काम करने कहीं भी जाने तैयार हो जाते हैं और इसका फायदा उठाते हैं मानव तस्करी में लगे लोग जो अच्छी नौकरी अच्छा पैसा का लालच देकर बड़े शहरों में ले जाकर बच्चों को बेचते हैं। इस फ़िल्म में इन तमाम मुद्दों पर राजनीति, प्रशासन,सामाजिक संस्थाओं सहित विभिन्न पहलुओं को छूने का कार्य किया है।
ज्ञात हो कि शहर के युवा दीपक पांडेय ने मल्टी परपज स्कूल से हाई स्कूल एवं साईं बाबा आदर्श महाविद्यालय से कॉलेज की पढ़ाई पूर्ण की है और दिल्ली में एक लंबा समय थियेटर को दिया है। यह फ़िल्म दीपक के अब तक के सीने लाईफ की सबसे बड़ी भूमिका एवं काम के तरीके को तो लोगों के सामने लायेगी ही, इस फ़िल्म के जरिये फिल्मी दुनिया में कदम रखने का बेहतरीन रास्ता मिलेगा। 10 जून को यह फ़िल्म ऑल इंडिया रिलीज होगी और हिंदी व मराठी दोनों में एक साथ रिलीज होगी। 28 मई को फ़िल्म का पोस्टर एवं प्रोमो लॉन्च किया गया है।
निर्माता शेल्ना के.और सिमी ने इनिशिएटिव फिल्म्स के बैनर तले कैपिटलवुड्स के साथ ‘अन्या’ का सह-निर्माण किया। इस फिल्म ने दो पुरस्कार जीते, स्वीडन में अल्वसबिन फिल्म समारोह में सर्वश्रेष्ठ फिल्म, सर्वश्रेष्ठ पहली बार निर्देशक, और लंदन में फाल्कन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में सर्वश्रेष्ठ चित्र। फिल्म को ग्लोबल इंडियन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के साथ-साथ टोरंटो इंडिपेंडेंट फेस्टिवल में अच्छी सराहना मिली है। फिल्म का निर्देशन साउथ फिल्म इंडस्ट्री के जाने माने डायरेक्टर सिमी जोसेफ ने किया है।
इस फ़िल्म का टाईटल “अन्या” का अर्थ है हर इंसान के अंदर कोई और होता है, कोई और उसके भीतर… इसी तरह, हर अच्छे इंसान के अंदर एक बुरा इंसान भी होता है… और हर बुरे इंसान के पास कोई और होता है, कोई और जो भीतर भी एक अच्छा इंसान होता है… हर इंसान के अंदर मौजूद अच्छे और बुरे दोनों की कहानी कहता यह फ़िल्म नजर आता है।
इस फिल्म को सिम्मी जोसेफ ने लिखा है और डायलॉग महेंद्र पाटिल ने दिया है। इस फिल्म में अतुल कुलकर्णी, राइमा सेन, यशपाल शर्मा, गोविंद नामदेव, प्रथमेश परब, तेजश्री प्रधान, भूषण प्रधान, कृतिका देव, सुनील तावड़े सहित कई नामचीन कलाकार अहम भूमिका में नजर आएंगे।