मितानिन बना रही है धुआं रहित चूल्हा
उदयपुर:- उदयपुर ब्लाक में मितानिनों ने धुआं रहित चूल्हा बनाने का प्रशिक्षण लिया है , इस चूल्हे से कम से कम लकड़ी में खाना बनाया जा सकता है। इसके साथ ही इस चूल्हे में खाना बनाने के समय धुआं नहीं निकलता है , इससे पर्यावरण भी दूषित नहीं होता है और घर भी गंदा नहीं होता है स्वस्थ्य पंचायत समन्वयक गायत्री श्रीवास्तव ने महिलाओं को धुआं से होने वाले शारीरिक एवं मानसिक नुकसान और इससे होने वाली बीमारियों की जानकारी दी इस चूल्हे से सांस संबंधी आंख संबंधी बीमारी नहीं होता गर्भवती शिशुवती एवं छोटे बच्चों को धुआं नहीं लगता। साथ ही लकड़ी की बचत होती है ,घर काला नहीं होता ,भोजन देर तक गर्म रहता है ,भोजन कम समय में पकता है। इस चूल्हे को बनाने में कोई अतिरिक्त खर्च नहीं है महज एक पाइप और चूल्हे के डिजाइन में कुछ परिवर्तन कर इसे बनाया जा रहा है इस अवसर पर महिलाओं को भी धुआं रहित चूल्हा बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। अब तक उदयपुर ब्लाक में 4689 घरों में धुआं रहित चूल्हे का उपयोग हो रहा है। इस मौके पर क्षेत्रीय समन्वयक अनुपम यादव सरगुजा ,स्वास्थ्य पंचायत समन्वयक गायत्री श्रीवास्तव ,ब्लॉक समन्वयक सब्या पांडे, ब्लॉक समन्वयक रत्नों राजवाड़े, ब्लॉक समन्वयक हीरामणि दास , स्वास्थ्य पंचायत समन्वयक मानकुवंर प्रजापति, मितानिन प्रशिक्षिका संतोषी विश्वकर्मा, मितानिन संतोषी कुर्रे ,फुलमनी, सावित्री, संतोषी लकड़ा , रजमनिया, गीता, परमेश्वरी, अनीता उपस्थित थी।