नदी में मछली मारने गए पंडो जनजाति के ग्रामीण के साथ वन कर्मियों की मारपीट
लखनपुर। वैसे तो लखनपुर वन विभाग आए दिन किसी ना किसी मामले को लेकर सुर्खियों में रहता है। इस बार जंगल की नदी में मछली मारने गए पंडो जनजाति एक ग्रामीण के साथ वन कर्मियों के द्वारा मारपीट करने का मामला सामने आया है मिली जानकारी के मुताबिक फुलचंद पंडो जो अपनी पत्नी रजनी पंडो व अपने बच्चों के साथ ग्राम चांदो जंगल के नदी में मछली मारने गया हुआ था मछली मरने के दौरान बारिश होने लगी जिसके बाद पूरा परिवार नदी किनारे बने लकड़ी के झाले में पनाह लेकर उसी झाले में राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले पंडो जनजाति का परिवार खाना बनाकर खा रहा था। उसी दौरान वनकर्मी वहां पहुंचे और लकड़ी काटने की बात को लेकर फूलचंद पंडो के गाल पर वन कर्मियों ने जोरदार दो-तीन तमाशा जोड़ दिया तमाचा मारने के बाद से फूलचंद पंडो के दाहिने कान में दर्द होने लगा तथा दाहिने कान से कम सुनाई देने लगा जिसके बाद वह अपना उपचार निजी अस्पताल में करा रहा था रविवार की रात अचानक तेज दर्द होने पर वह उपचार के यह लखनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा जहां डॉक्टर के द्वारा उपचार किया गया तथा बेहतर उपचार के लिए फूल चंद पंडो को जिला अस्पताल रिफर किया गया। तो वही घटना की जानकारी लगते ही विशेष आरक्षित पंडो जनजाति के प्रदेश उपाध्यक्ष शिवराम पंडो अस्पताल पहुंच घटना के संबंध में फूलचंद से जानकारी लिया। विशेष आरक्षित पंडो जनजाति समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष शिवराम पंडों के नेतृत्व में दर्जनों की संख्या में पीड़ित परिवार के साथ लखनपुर थाना पहुंच रिपोर्ट दर्ज कराने आवेदन दिया गया है। तो वही जब पीड़ित फूलचंद पंडो व उसकी पत्नी मोबाइल फोन के माध्यम से मारपीट की घटना की शिकायत रेंजर सूर्यकांत सोनी से की तो उनके द्वारा पीड़ित परिवार के साथ अभद्र व्यवहार करते हुए जंगल के नदी में मछली मारने पर नया प्रकरण दर्ज कर जेल भेजने की भी धमकी दी गई।जिसका ऑडियो भी वाइरल हो रहा है।
खाद्य एवं संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत
इस संबंध में छत्तीसगढ़ के खाद एवं संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत से चर्चा करें पर उनके द्वारा कहा गया कि मुझे आप के माध्यम से जानकारी प्राप्त हुई है।जो वैधानिक कार्रवाई होगा किया जाएगा।