इस बार भी घर में ही मनाई जाएगी ईद-उल-जुहा कुर्बानी और ईद-उल-अजहा की नमाज भी घर मे ही की जाएगी अदा
अम्बिकापुर /कोरोना संक्रमण के खतरे को दृष्टिगत रखते हुए इस बार भी जिले में ईद-उल-जुहा त्यौहार कोविड गाईड लाइंस का अनुपालन करते हुए घरों में ही मनाया जाएगा। कुर्बानी और ईद-उल-अजहा की नमाज भी घरों मे ही अदा की जाएगी। यह निर्णय शुक्रवार को कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा की अध्यक्षता में कलेक्टोरेट सभा कक्ष में आयोजित शांति समिति की बैठक मे सर्व सम्मति से लिया गया।
बैठक में 21 जुलाई 2021 को ईद-उल-जुहा त्यौहार मनाने के लिए कोविड से जन सुरक्षा को ध्यान में रख सभी सदस्यों ने एक मत से यह बात स्वीकारी की कोविड के संक्रमण से बचना भी है और त्योहार भी मानना है। दोनो में सामंजस्य इस तरह से रखें कि हवा चलती रहे और दिया भी जलती रहे। इसके लिए ईद-उल-जुहा में मेल मिलाप के कार्यक्रम नही रखा जाएगा। घर मे ही सभी कार्यक्रमो का आयोजन किया जाएगा। 21 जून को प्रातः 8 बजे नमाज अदा की जाएगी।
कलेक्टर संजीव कुमार झा ने कहा कि सरगुजा में शांति एवं सौहार्दपूर्ण माहौल में त्योहार मनाने की परंपरा है। त्यौहार खुशियो का संदेश लाती है लेकिन वर्तमान कोविड महामारी के दौर में नियमो का पालन करना भी बहुत जरूरी है नही तो त्यौहार खुशी के बदले परेशानी का सबब बन सकता है। उन्होंने कहा कि कोरोना का संकट अभी टला नही है बल्कि तीसरी लहर आने का भी प्रबल संभावना है। इस स्थित को देखते हुए कोरोना गाईड लाइंस का पालन करना जरूरी है। त्योहार में पानी, बिजली, साफ सफाई तथा सुरक्षा के लिए जिला प्रशासन द्वारा समुचित व्यवस्था की जाएगी। नव पदस्थ पुलिस अधीक्षक श्री अमित तुकाराम कांबले ने कहा कि मिल-जुल कर खुशी मनाने का नाम ही त्यौहार है। इसलिए त्यौहार में ऐसी कोई कार्य या कार्यक्रम न करें जिससे भाई-चारा में कमी आये। कोरोना ऐसी बीमारी है जो हमेशा स्वरूप बदलकर और ज्यादा खतरनाक बन रहा है। इस बीमारी से परिवार, समाज और देश को बचाना है तो कोविड के नियमो का सख्ती से पालन करना जरूरी है। त्यौहार में सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस बल की पर्याप्त तैनाती तो रहेगी ही समाज प्रमुख भी पुलिस का सहयोग करें।
बैठक में नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष प्रबोध मिंज, पार्षद दीपक मिश्रा, विश्वविजय सिंह तोमर, श्रीमती मंजूषा भगत, अपर कलेक्टर श्रीमती तनूजा सलाम, एसडीएम प्रदीप साहू, सीएसपी एस.एस.पैकरा, तहसीलदार भूषण मण्डावी हस्तशिल्प विकास बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष अनिल सिंह मेजर, कर्ताराम गुप्ता, जे.पी. श्रीवास्तव, कैलाश मिश्रा, ईरफान सिद्धीकी सहित समिति के अन्य सदस्य एवं अधिकारी उपस्थित थे।