करोड़ों रुपए से बना घरजियाबथान बांध किसानों के लिए बना आफत का बांध…बांध में बने गेट खराब जिसका खामियाजा भुगत रहे किसान
पत्थलगांव मुकेश अग्रवाल
शासन द्वारा करोड़ों रुपए खर्च कर बांध का निर्माण किसानों की दो फसल लेने के लिए किया जाता है। जिससे किसान गर्मी के दिनों में भी फसल ले सके किंतु विभाग में बैठे अधिकारी बांध में करोड़ों रुपए खर्च कर भूल जाते हैं। जिसका जीता जागता उदाहरण पत्थलगांव के नजदीक बने घरजियाबथान बांध को लेकर लगाया जा सकता है। बांध में बने दोनों गेट जर्जर एवं खराब होकर किसानों के लिए आफत का बांध बन चुके हैं। घरजियाबथान निवासी एवं पूर्व बीडीसी टिकेश्वर एक्का ने बताया कि बांध का गेट खराब होकर 24 घंटे खुला पड़ा हुआ है। जिसके कारण बांध का पानी बह कर किसानों की फसल को नुकसान पहुंचा रहा है। वही बांध के गेट खराब होने को लेकर गर्मी के दिनों में भी किसानों के लिए पानी का अभाव बना रहता है। किसानों ने इस बात की शिकायत लगातार सिंचाई विभाग के अफसरों को दी किंतु सिंचाई विभाग के अफसर के कानों में जूं तक नहीं रेंगती है। उनके द्वारा केवल आश्वासन का झुनझुना थमा कर किसानों को घुमाया जा रहा है।हमारे संवाददाता ने जब घरजियाबथान के बांध का मौका निरीक्षण किया तो पाया कि घरजियाबथान बांध के गेट पूर्ण रूप से खराब एवं जर्जर हो चुके हैं। गर्मी के दिनों में बांध का पानी सूख जाना अपने आप मे बांध के न होने जैसी बात को सामने लाता है। बांध बनाई ही इसलिए जाती है कि उसपर हमेशा पानी भरा रहा संके और आस पास के किसानों को इसका पूरा फायदा मिल संके पर घरजियानबथान बांध इसके ठीक उलट कार्य के लिए जाना जाता है एक तो बांध में पानी नही और जो थोड़ा पानी है उसे विभागीय लापरवाही के से बहा दिया जा रहा है। साथ ही गेट के पास लगाई गई जाली जिसमें कचरा भी लबालब भर चुका है। पर विभागीय लापरवाही के कारण उन कचड़े को वहां से हटाया तक नही जा रहा है जबकि बरसात के दिनों में पानी भर जाने के बाद फिर उसकी सफाई कर पाना सम्भव नही है।
सिंचाई विभाग के बांध का दूसरा गेट के पास काफी हद तक बांध की दीवारें डैमेज हो चुकी है किंतु सिंचाई विभाग के अधिकारी इस डैमेज के बारे में पूछने पर उनके द्वारा सीधा जवाब दिया जाता है कि डैमेज दीवाल से किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं होगा किंतु जमीनी हकीकत में डैमेज देखने पर पता चलता है कि डैमेज दीवाल कभी भी बांध के पानी के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती हैं। अधिकारियों से केवल एक ही सवाल किया जाता है कि जब आग लग जाएगी तब कुआं खोदने से क्या फायदा?? की तर्ज पर काम किया जा रहा है समय रहते अधिकारियों द्वारा खराब पड़े डैमेज हुए दीवाल पर किसी प्रकार का ध्यान नहीं दिया जाना अधिकारियों की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है।
पत्थलगांव एसडीओ मिश्रा से जब हमारे संवाददाता ने घरजिया बथान बांध के खराब पड़े गेट एवं बांध में पानी नही होने के संबंध में जानकारी चाही गई तो उनके द्वारा बताया गया कि गेट की खराब स्थिति के लिए उनके द्वारा गेट के 75mm राड को मंगवाया गया है। जो जल्द ही हमारे पास पहुंच जाएगा। इसके लिए केवल एक ही मैकेनिक है। इस कारण हमें गेट बनाने में काफी दिक्कतें होती हैं वही डैमेज दीवाल के संबंध में पूछने पर उनके द्वारा बताया गया कि अभी उससे कोई दिक्कत नही है। और हमारे पास बजट की काफी कमी है इसके लिए बजट मंगाया गया है उसके बाद ही आगे की प्रक्रिया पूर्ण की जावेगी।