पूर्व विधायक युद्धवीर सिंह जूदेव ने जशपुर जिले में स्वास्थ्य विभाग में हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर मुख्यमंत्री को लिखा पत्र युद्धवीर सिंह जूदेव के पत्र लिखने के बाद जशपुर जिले में मची खलबली
मुकेश अग्रवाल पत्थलगांव
चन्द्रपुर के पूर्व विधायक युध्दवीर सिंह जूदेव ने जशपुर जिला चिकित्सालय के अधिकारियों के द्वारा किये जा रहे भ्र्ष्टाचार पे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को लिखा पत्र
अपने लिखे पत्र में जिला चिकित्सालय जशपुर के अधिकारियों के द्वारा करोड़ों का फर्जीवाड़ा कर शासन को आर्थिक क्षति पहुचाये जाने के संबंध में कार्रवाई करने की बात कहते हुए मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से स्वास्थ्य विभाग , जिला चिकित्सालय जशपुर के अधिकारी कार्यालय सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक जशपुर के द्वारा वर्ष 2019-20 एवं 2020-21 के बिलों का बिना क्रय नियमों का पालन किये बिना टेंडर करने क्रय समिति के अनुमोदन के बिना करोड़ों का फर्जीवाड़ा कर राशि भुगतान करने की कार्रवाई की जा रही है। तथा निविदा जारी किये बिना ही नियमों को ताक पर रखकर खरीदी की गई। उक्त कृत्य को मुख्य लिपिक द्वारा नियमों का हवाला दिये जाने पर मुख्य लिंपिक को क्रय बिल के प्रभार से हटाकर अपने चेहते कर्मचारी को प्रभार देकर बिलों का भुगतान किये जाने का षडयंत्र सिविल सर्जन द्वारा रचा गया । यह प्रकरण स्पष्ट रूप से सीधा – सीधा कमीशनखोरी कर फर्म को लाभ पहुचाये जाने का प्रतीत होता है। सिविल सर्जन द्वारा अपनी क्षमता से अधिक खरीददारी की गई तथा खरीदे गये सामग्री का भौतिक सत्यापन भी नही कराया गया। वे फर्म जिन्हे लाभ पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। श्री श्याम सर्जिकल रायगढ़ , जिन्दल इंटरप्राइजेस रायगढ़, चंद्रा मेडिकल एजेंसी रायगढ, गुप्ता बुक डिपो जशपुर , रायपुर साइंटिफिक खमतराई रायपुर , सत्या इंटरप्राईसेस रायपुर , विजय स्टील इंडस्टीज रायगढ़ , न्यू साव इलेक्टानिक्स जशपुर, कुमुद टेक्सटाईल खादीग्रामोद्योग ग्महरिया जशपुर, कामथेन सिक्योरिटी सर्विस इंदौर म.प्र. कुल राशि 10036974.00, एक करोड़ छत्तीस हजार नौ सौ चौहत्तर रूपये की हेराफेरी किये जाने की योजना सिविल सर्जन द्वारा बनाई गई
सिविल सर्जन का उक्त कृत्य अत्यंत निंदनीय है। छत्तीसगढ़ भण्डार क्रय नियम 2017 के विपरीत एवं छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण अधिनियम के विरूद्ध है। अतः मुख्यमंत्री से सादर निवेदन है। कि उपरोक्त गंभीर प्रकरण पर व्यक्तिगत रूप से रूचि लेते हुए उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित कर जांच कराने तथा कार्यालय सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक जशपुर को अविलंब बर्खास्त, निलंबित किये जाने की कार्रवाई करने का कष्ट करें, ताकि जांच प्रभावित ना हो सके। कतिपय कारणों से इस प्रकरण पर दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई नहीं होती है। तो मुझे मजबूरन कैग और उच्च न्यायालय के शरण में जाना पड़ेगा, जिसकी समस्त जिम्मेदारी आपकी और स्वास्थ्य विभाग तथा सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक जशपुर की होगी ।