जशपुर

बारिश की पहली फुहारों के साथ करोड़ों रुपए की नाली की खुली पोल सड़कों का पानी नाली के बजाय सड़कों में ही बह रहा सड़क के लिए नाली या नाली के लिए सड़क लोगों के जेहन में गुंजता सवाल

मुकेश अग्रवाल पत्थलगांव
पत्थलगांव के नागरिक कई सालों से सड़क की बदतर स्थिति को लेकर दो-चार होते नजर आते हैं बारिश की पहली फुहारों के साथ ही सड़क बारिश के पानी में बह जाती है जिसको देखते हुए नेशनल हाईवे 43 के उच्चाधिकारियों ने स्थानीय नागरिकों की मांग पर करोड़ों रुपए की नाली की सौगात पत्थलगांव वासियों को दी थी ।नाली बनाने के दौर से ही नाली को बनाने की स्टाइल वह गुणवत्ता को लेकर लगातार ही सवाल उठ रहे थे किंतु ठेकेदार एवं अधिकारियों की मिलीभगत से करोड़ों रुपए की नाली तो बना दी गई किंतु बारिश की पहली फुहारों से सड़क पानी में बहना शुरू हो गई ।सड़कों का पानी नाली में बहने के बजाय सड़कों पर ही बह रहा है जिससे सड़क बारिश की पहली फुहारों के साथ ही बहने लगी है। नागरिकों का कहना है कि जब करोड़ों रुपए की नाली सड़क की सुरक्षा एवं पानी निकासी के लिए बनाई गई थी तो नाली में पानी बहने की वजाय सड़कों पर क्यों बह रहा है। आखिर शासन के करोड़ों रुपए की बंदरबांट करने के पीछे अधिकारियों एवं ठेकेदारों की क्या मंशा थी ?नाली निर्माण के समय स्थानीय जनप्रतिनिधि व पत्रकारों ने अधिकारियों से नाली की गुणवत्ता व पानी निकासी को लेकर गंभीर सवाल उठाए थे किंतु ठेकेदार के मोटी कमीशन के आगे अधिकारियों ने नागरिकों की एक नहीं सुनी ।आंखें बंद कर ठेकेदार को नाली बनाने की इजाजत देते रहे ठेकेदार द्वारा नाली तो बना दी गई किंतु नाली मैं पानी बहने के बजाय केवल शो पीस का काम कर रही है ।नाली के ऊपर ढके हुए पत्थर जगह-जगह टूट कर नाली में ही पडे नजर आ रहे हैं। अब देखना यह है कि करोड़ों रुपए की नाली में नागरिकों के पैसे के भ्रष्टाचार की जांच आखिर कौन करता है ?आंखिर सड़कों पर बहने वाले पानी को नाली में बहने के लिए कौन सी तरकीब अधिकारियों द्वारा निकाली जाती है? कुल मिलाकर करोड़ों रुपए की नाली भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी है ।अब क्या एनएचके अधिकारियों पर इस भ्रष्टाचार के मामले में कोई कार्यवाही की जावेगी ??यह सवाल लोगों के जेहन में गूंज रहा है ।
सांसद प्रतिनिधि अंकित बंसल ने कहा कि पूरे जिले में एक और जहां भ्रष्टाचार की गंगा बह रही है जिसका जीता जागता उदाहरण स्वास्थ्य विभाग में हो रहे करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार को लेकर लगाया जा सकता है ।वहीं करोड़ों रुपए से बनाई गई नाली मैं पानी बहने के बजाय केवल शोपीस का काम कर रही है। जहां सड़कें पहले बारिश की फुहारों के साथ गड्ढों में तब्दील हो रही है वहीं अधिकारियों के लिए nh-43 सड़क फिर से मरम्मत के नाम पर लाखों रुपए की कमाई का जरिया बन जावेगा सांसद प्रतिनिधि ने करोड़ों रुपए की बनाई गई नाली के भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए जल्द ही नागरिकों के साथ मिलकर आंदोलन की बात कही है।

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