होम आइसोलेशन में निर्देशों और नियमों का पालन कर आसानी से हो सकते हैं स्वस्थ
अम्बिकापुर / स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार के दिशानिर्देशानुसार ऐसे कोविड पॉजिटिव मरीज जिन्हें चिकित्सकीय रूप से कोरोना का माइल्ड, प्री सिम्पटोमैटिक या एसिम्प्टोमैटिक मरीज की पुष्टि की गई है उन्हें होम आइसोलेशन की अनुमति होगी। होम आइसोलेशन में रहने वाले कोविड पॉजिटिव मरीज निर्देशों तथा नियमों का भली भांति पालन कर आसानी से स्वस्थ हो सकते हैं। मरीज का घर पर बाकी सदस्यों से अलग रहकर ईलाज होम आइसोलेशन कहलाता है। होम आइसोलेशन के लिए कोरोना संक्रमित मरीज के लिए अलग हवादार कमरा और अलग शौचालय होना चाहिए। मरीज की 24 घंटे देखभाल करने के लिए देखभालकर्ता हांे।
यह करें मरीज- घर के अन्य सदस्यों से दूरी रखें और अलग हवादार कमरे में रहें। जहां तक संभव हो खिड़कियां खुली रखें।अपने घरवालों से अलग शौचालय व बाथरूम का उपयोग करें। हमेशा ट्रिपल लेयर मेडिकल मास्क पहन कर रहें और मास्क को 6 से 8 घंटे के बाद बदल दें। इसे पेपर बैग में लपेटकर 72 घंटे के बाद ही सामान्य कचरा पात्र में डालें। साबुन व पानी से हाथों को 40 सैकेंड तक अच्छी तरह धोयंे। ज्यादा छुई जाने वाली सतहो को छूने व उपकरणों का इस्तेमाल करने से बचें। मोबाइल व दैनिक उपयोग की अन्य चीजों को सैनेटाइज करें। अपने बर्तन, तौलिया, चादर आदि को अलग रखें और दूसरों को काम न लेने दें। दिन में दो बार बुखार व ऑक्सीजन के स्तर की जांच करें। बुखार के अलावा सांस लेने में कठिनाई, छाती में लगातार दर्द या दबाव, होठ या चेहरे का नीला पड़ जाना दिखाई दे तो डॉक्टर की सलाह लें। पर्याप्त मात्रा में पानी, ताजा जूस, सूप जैसे तरल पदार्थ पियें। अन्य रोग हो तो ईलाज जारी रखें। खाने में ताजा फल, सब्जी व प्रोटीनयुक्त आहार लें।
आइसोलेशन के दौरान शराब, धूम्रपान आदि किसी नशीली चीज का सेवन बिल्कुल न करें। पालतू जानवर से दूर रहें। डॉक्टर द्वारा दी गई सलाह का पालन करें व नियमित दवाईयां लें। अपने मोबाइल फोन पर आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करें और ऐप पर 24 घंटे नोटिफिकेशन और लोकेशन ट्रेकिंग, जीपीएस ट्रेकिंग को ऑन रखें।
परिवार के सदस्य और देखभालकर्ता यह करें- अगर घर में कोई कोरोना मरीज है तो 24 से 50 वर्ष का कोई भी व्यक्ति उसकी देखभाल कर सकता है। देखभालकर्ता शारीरिक रूप से स्वस्थ होना चाहिए। मरीज की देखभाल करते समय हमेशा मास्क व डिस्पोजेबल ग्लब्स और एक प्लास्टिक एप्रन का उपयोग करें। एप्रन को हमेशा साफ रखें । मास्क को 6 से 8 घंटे के बाद बदल दें। साबुन व पानी से हाथ को धोते रहें।
होम आइसोलेशन की अवधि- होम आइसोलेशन के शुरू होने के 14 दिन के बाद, अगर मरीज को आखिरी 10 दिन में बुखार या अन्य कोई लक्षण नहीं है तो डॉक्टर से पूछकर होम आइसोलेशन को समाप्त कर सकते हैं। होम आइसोलेशन समाप्त होने के बाद आपको लैब जांच करवाने की जरूरत नही है।