आज रात प्रधानमंत्री मोदी करेंगे सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ मीटिंग… देश में लागू हो सकता है लॉकडाउन ?, ममता बनर्जी नहीं होंगी शामिल
हिंद शिखर न्यूज । कोरोना की दूसरी लहर ने देश में अपना कहर बरसाना शुरू कर दिया है। कोरोना की ये लहर पहली बार से दोगुना ज्यादा ताकतवर है और दोगुनी तेजी से फैल रही है। कोरोना की इस स्थिति ने केन्द्र सरकार को चिन्ता में डाल दिया है। हालात पर काबू पाने के लिए राज्य अपने स्तर पर कोशिश कर रहे हैं, पर कोई असर नजर नहीं आ रहा है। कोरोना के आंकड़ें दिन पर दिन रिकॉर्ड तोड़ते जा रहे हैं जिसकी वजह से देश एक बार फिर से लॉकडाउन की तरफ बढ़ता नजर आ रहा है। पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना के 1.26 लाख से भी ज्यादा नए मामले सामने आए हैं। इस साल एक दिन में सामने आए नए मामलों में यह सबसे बड़ा आंकड़ा है। इसके साथ ही देश में कुल संक्रमितों की तादाद बढ़कर 1 करोड़ 25 लाख 89 हजार हो गई है। वहीं कुल एक्टिव मामलों की संख्या 7 लाख 41 हजार 830 हो गई है। देश में कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या 1 लाख 65 हजार को पार कर गई है।
भारत में कोरोना वायरस के रोजाना केस सिर्फ 25 दिन में 20,000 से बढ़कर एक लाख की संख्या पार कर चुके हैं। पिछले साल 17 सितंबर को सबसे ज्यादा 97,894 नए केस सामने आए थे। तब 29 हजार से इस आंकड़े तक पहुंचने में 76 दिन का समय लगा था। यह दर्शाता है कि कोरोना की ये लहर अत्यन्त तेजी से फैल रही है और निश्चित रूप से यह अफ्ले से और भी ज्यादा घातक साबित हो रही।
देश में लगातार बढ़ते कोरोना के संक्रमण को देखते हुए पीएम मोदी ने एक बार फिर कमान अपने हाथ में ली है। जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी आज 8 अप्रैल को सभी राज्य के मुख्यमंत्रियों के साथ मिलकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीटिंग करेंगे। इस मीटिंग में कोरोना के बढ़ते मामलों पर काबू पाने के लिए नई रणनीति बनाई जाएगी। ये मीटिंग शाम 6:30 बजे से शुरू होगी। कोरोना के बढ़ते स्तर को देखते हुए ये ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा है कि पीएम मोदी एक बार फिर लाॅकडाउन का ऐलान कर सकते हैं। दरअसल पिछले वर्ष 24 मार्च 2020 को देश में कोरोना के फैलाव को रोकने के लिए पीएम मोदी ने देश को संबोधित करते हुए 21 दिनों के सम्पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की थी।
पिछले वर्ष भी उन्होंने यह संबोधन रात 8:00 बजे किया था, इसलिए लोगों के मन में एक बार फिर लॉकडाउन लगने का डर सताने लगा है। इसी डर के चलते प्रवासी मजदूर अपने घरों को वापस जाने लगे हैं। खासकर दिल्ली और मुंबई जैसे शहरों से मजदूर अपने अपने घर बिहार और गोरखपुर की तरफ वापिस जाने लगे हैं। ऐसे में इन राज्यों में संक्रमण का खतरा फिर से बढ़ता दिखाई दे रहा है। बता दे दिल्ली और महाराष्ट्र के बाद उत्तर प्रदेश में भी नाइट कर्फ्यू का ऐलान कर दिया गया है। 8 अप्रैल को होने वाली इस मीटिंग में मिनी लाकडाउन पर भी विचार किया जा सकता है। पीएम मोदी ने इस विषय पर इससे पहले भी 4 अप्रैल को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हाई अलर्ट मीटिंग की थी। जिसमें कोरोना की रोकथाम के उपाय और वैक्सीनेशन की समीक्षा की गई थी।
क्या लग सकता है लॉकडाउन
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए हाल ही में गुजरात हाईकोर्ट ने एक याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि ” संक्रमण को कंट्रोल करने के लिए लॉकडाउन जरूरी है। राज्य में 3, 4 दिन तक कर्फ्यू लगना चाहिए, या फिर वीकेंड कर्फ्यू लगना चाहिए। राज्य में कोरोना को कंट्रोल में लाने के लिए लॉकडाउन जरूरी हो गया है।”
महाराष्ट्र सरकार ने भी हाई अलर्ट मीटिंग से पहले कहा था कि “यदि आवश्यकता पड़ी तो राज्य में लॉकडाउन लगा दिया जाएगा।”
ऐसे ही कई और राज्य है जो लॉकडाउन के पक्ष में है, ऐसे में यह कहना गलत नहीं है कि कोरोना के बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए देश में लॉकडाउन लगाया जा सकता है।