रतनपुर के महामाया मंदिर ट्रस्ट के खाते से 27 लाख रुपए का फर्जीवाड़ा ,अलग-अलग चेक से निकाली गई राशि, मंदिर ट्रस्ट ने कहा मूल चेक हमारे पास मौजूद
अरविंद शर्मा कटघोरा । ऑनलाइन ठगी करने वालों के हौसले बुलंद है, वे लगातार लोगों को अलग-अलग माध्यम से चूना लगाने में लगे हुए हैं। इसी बीच खबर आ रही है कि बिलासपुर के रतनपुर स्थित महामाया मंदिर ट्रस्ट के खाते से 27 लाख रुपए की ठगी हुई है। बताया जा रहा है कि पैसों का आहरण 6 अलग-अलग चेक से किया गया है। मामले को लेकर ट्रस्ट ने रतनपुर थाने और बैंक में शिकायत दर्ज कराई है। मिली जानकारी के अनुसार रतनपुर महामाया मंदिर के खाते से 27 लाख रुपए का फर्जीवाड़ा हुआ है। पैसे का आहरण भोपाल से 6 अलग—अलग चेक के माध्यम से किया गया है, जबकि मूल चेक मंदिर ट्रस्ट के पास मौजूद हैं। आशंका जताई जा रही है कि आरोपियों ने क्लोन चेक के जरिए इस करतूत को अंजाम दिया है। जिन चेक नंबरों से यह रकम निकाली गई है, वह अभी भी ट्रस्ट के पास मौजूद है। पैसे का लेनदेन भोपाल से हुआ है। ट्रस्ट ने रतनपुर थाने में लिखित में शिकायत की है।
रतनपुर सिद्ध शक्तिपीठ श्री महामाया देवी मंदिर ट्रस्ट का भारतीय स्टेट बैंक रतनपुर शाखा में चालू खाता है। इसमें अध्यक्ष व मैनेजिंग ट्रस्टी के संयुक्त हस्ताक्षर से ही भुगतान व आहरण होता है। 16 मार्च को बैंक खाते के स्टेटमेंट का मिलान करने पर पता चला कि इस खाते से फर्जी तरीके से 6 बार राशि आहरित की गई है। यह रकम 27 लाख 19 हजार 626 रुपए है। सभी रकम चेक से क्लीयर हुई है।
इसे मंदिर ट्रस्ट ने जारी ही नहीं किया है और न ही अध्यक्ष व मैनेजिंग ट्रस्टी ने इसमें हस्ताक्षर किए।
इसकी शिकायत रतनपुर थाने में की गई है। पुलिस बैंक अधिकारियों के संपर्क में है। जिन चेक नंबर से भुगतान हुआ है उनके सभी मूल बिना उपयोग के मंदिर ट्रस्ट के पास है। डुप्लीकेट चेक से रकम निकाली गई है। सारे आहरण भोपाल से किए गए हैं।
फर्जी तरीके से 26 फरवरी को 3 लाख 15 हजार, 2 मार्च को 4 लाख 51 हजार, 6 मार्च को 4 लाख 63 हजार, 6 मार्च को 4 लाख 95 हजार, 10 मार्च को 4 लाख 98 हजार 366 रुपए और इसी दिन फिर से 4 लाख 97 हजार 260 सहित कुल 27 लाख 19 हजार 626 रुपए निकाले गए। मंदिर ट्रस्ट ने इसकी शिकायत रतनपुर थाने में लिखित में की गई। ट्रस्ट की ओर से अभी एफआईआर दर्ज नहीं कराई गई है। स्टेट बैंक के रीजनल मैनेजर संदीप प्रकाश का कहना है कि भोपाल बैंक से डिटेल मांगा गया है। जानकारी आते ही एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
बैंक की ओर से होगी एफआईआर-टीआई
रतनपुर टीआई हरविंदर सिंह का कहना है कि उनके पास मंदिर ट्रस्ट की ओर से सूचनार्थ लिखित में जानकारी दी गई है। इसमें बैंक वालों की ओर से ही एफआईआर होगी। उन्होंने बैंक मैनेजर से कहा कि वे जांच रिपोर्ट दें, पुलिस जीरो में अपराध कायम कर भोपाल के संबंधित थाने को भेजेंगे पर बैंक से अभी तक कोई एफआईआर दर्ज कराने नहीं आया है।
स्टेटमेंट चेक से पता चला, बैंक ने मानी गलती, पैसा वापस करेगी- ट्रस्ट अध्यक्ष
रतनपुर सिद्ध शक्तिपीठ श्री महामाया देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष आशीष सिंह का कहना है कि किसी ने क्लोन चेक बनाकर इस घटना को अंजाम दिया है। ओरिजनल चेक का पन्ना उनके पास है। ट्रस्ट हर 15 दिन में बैंक का स्टेट मेंट निकालकर चेक करती है,और इससे ही रुपए गायब होने का पता चला। इसकी थाने व स्टेट बैंक में शिकायत की है। अध्यक्ष के अनुसार बैंक ने माना है कि उनकी गलती है इसलिए वह ट्रस्ट का पैसा वापस करेगी। अधिकारियों ने आश्वासन दिया है।